अब मुकेश सहनी को नीतीश कुमार ने दिया झटका, नाव और जाल की खरीदारी पर 90 परसेंट की सब्सिडी का ऐलान

Patna - आगामी विधानसभा चुनावों से ठीक पहले, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार ने राज्य के मछुआरों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए एक बड़ी योजना की घोषणा की है। 'नाव एवं जाल पैकेज वितरण योजना' के तहत, मछुआरों को नाव और जाल खरीदने के लिए इकाई लागत का 90 प्रतिशत तक बंपर अनुदान दिया जाएगा। इस कदम को चुनाव से पहले सरकार की ओर से मछुआरा समुदाय को साधने की एक बड़ी पहल के रूप में देखा जा रहा है।
माना जा रहा है कि नीतीश कुमार की इस घोषणा का सबसे बड़ा प्रभाव मुकेश सहनी की वीआईपी पर पड़ेगा। पार्टी का एक बड़ा वोट बैंक बिहार का मछुआरा वर्ग है. जो सीएम नीतीश की घोषणा के बाद अब टूट सकता है।
90% सब्सिडी: व्यवसाय विस्तार का सुनहरा मौका
इस महत्वाकांक्षी योजना का सीधा एंगल (कोण) मछुआरों की आर्थिक स्थिति में सुधार और राज्य के मत्स्य उद्योग में बड़े निवेश को बढ़ावा देना है। अनुदान के बाद मछुआरों को उपकरणों पर न के बराबर खर्च करना पड़ेगा:
फिशिंग लकड़ी की नाव: जिसकी इकाई लागत ₹1,24,400 है।
एफआरपी बोट पैकेज: जिसकी इकाई लागत ₹1,54,400 है।
कॉस्ट (फेका) जाल पैकेज: जिसकी लागत ₹16,700 तय की गई है।
योजना के तहत, प्रत्येक परिवार या व्यक्ति को केवल किसी एक पैकेज का ही लाभ मिलेगा। इसका सीधा फायदा मत्स्यजीवी सहयोग समिति के सदस्य, परंपरागत मछुआरे, महिला-मछुआएं और अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के मछुआरों को मिलेगा।
आवेदन की अंतिम तिथि और चयन प्रक्रिया
राज्य के सभी जिलों के इच्छुक मछुआरों को इस योजना का लाभ उठाने के लिए 31 दिसंबर तक ऑनलाइन आवेदन करना होगा।
आवेदन के लिए वेबसाइट: https://fisheries.bihar.gov.in
अनिवार्य दस्तावेज: मोबाइल नंबर, बैंक खाता विवरण, आधार कार्ड, और मत्स्य शिकारमाही से संबंधित प्रमाण।
लाभुकों का चयन उप मत्स्य निदेशक की अध्यक्षता में गठित एक समिति द्वारा किया जाएगा। सरकार का दावा है कि यह पहल न केवल मछुआरों की आय बढ़ाएगी, बल्कि राज्य में मत्स्य उद्योग को भी नई दिशा देगी।
राजनीतिक और आर्थिक विश्लेषण (एंगल): इस घोषणा को विश्लेषक ग्रामीण और अति पिछड़ा वर्ग को लुभाने की सरकार की रणनीति के रूप में देख रहे हैं। भारी सब्सिडी से मछुआरा समुदाय को सीधे लाभ होगा, जिससे उनकी जीवनशैली में सुधार आएगा और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।