PATNA : बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा है कि शिक्षा विभाग का अलोकतांत्रिक और तानाशाही रवैया राज्य हित में नहीं है और यह भ्रष्टाचार और स्वेच्छाचारिता को बढ़ावा दे रहा है।
सिन्हा ने कहा कि विभाग के अपर मुख्य सचिव राजभवन तथा शिक्षा मंत्री को प्रदत्त अधिकारों का अतिक्रमण कर 24X7 शिक्षक, कर्मचारी,संगठनों एवं स्वायत्त संस्थाओं से टकराव में लगे रहते हैं। बहुप्रचारित शिक्षक बहाली भी सफल नहीं हो सकी और विवादों के घेरे में है। विभाग के कार्यकलाप से शिक्षा विभाग और शिक्षा के क्षेत्र में अराजकता का माहौल बन गया है।
सिन्हा ने कहा कि जब आज से पूरे राज्य में मोडेल टाइम टेबल लागू कर दिया गया है तो फिर छुट्टी के कैलेंडर में हिंदू-मुसलमान के लिए भिन्न-भिन्न मानक क्यों अपनाया गया? सरकार इस पर फिर से विचार करें और हिंदुओं के त्योहारों के लिए पूर्ववत छुट्टी की घोषणा करें। सिन्हा ने कहा कि कुछ माह पूर्व शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव और बी.पी. एस. सी के चेयरमैन के बीच टकराव सार्वजनिक होने पर मुख्यमंत्री को हस्तक्षेप करना पड़ा था। अपर मुख्य सचिव की सक्रियता का कोई सकारात्मक परिणाम नहीं दिख रहा है। हाँ, शिक्षा जगत से जुड़े सभी लोग भयभीत ज़रूर हैं।
सिन्हा ने कहा कि यदि अपर मुख्य सचिव शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए गंभीर हैं तो उन्हें मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष का निर्वाचन जिला क्रमशःनालंदा,वैशाली और लखीसराय को चुनकर 180 दिनों में इन ज़िलों में गुणात्मक शिक्षा, विद्यालय में उपस्थिति,क्लास रूम,प्रयोगशाला,भवन सहित सभी बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता कराकर विकसित करने का संकल्प लेना चाहिए।