73 से ज्यादा लोगों के साथ अग्रणी होम्स ने किया धोखा, घर खरीदने के लोगों के पैसे को करते थे दूसरी जगह खर्च

PATNA : बिहार-यूपी के बड़े बिल्डरों में शुमार अग्रणी होम्स के ठिानों पर दो से चल रही ईडी की छापेमारी खत्म हो गई है। इन दो दिनों में ईडी की टीम ने पटना, वाराणसी, लखनऊ और नई दिल्ली में मौजूद आठ से अधिक ठिकानों पर ईडी की विशेष टीम की छापेमारी की। बताया जा रहा है कि दो दिन में कंपनी और इसके मालिकों के नाम से मौजूद 119 बैंक खाते, चार बीमा और दो लग्जरी गाड़ियां जब्त कर ली गई। जब्त गाड़ियों में एक टोयोटा की फॉर्च्यूनर और एक स्कोडा की गाड़ी है। इसके अलावा बड़ी संख्या में दस्तावेज, लैपटॉप, मोबाइल, टैब, पेन ड्राइव आदि जब्त किए गए
ईडी ने जिनके ठिकानों पर छापेमारी की है, उसमें कंपनी के सीएमडी आलोक कुमार एवं उनके परिजन विजया राज लक्ष्मी, अलका सिंह, राणा रणवीर सिंह के अलावा कंपनी के महत्वपूर्ण कर्मी सात्विक सिंह और चार्टर्ड एकाउंटेंट निशांत शामिल हैं।
थानों में आठ मामले
ईडी की जांच में यह बात सामने आई कि आलोक कुमार के खिलाफ पटना के विभिन्न थानों में आठ मुकदमे दर्ज हैं। इनके खिलाफ 73 से ज्यादा लोगों ने धोखाधड़ी की शिकायत कर रखी है। ये शिकायतें कंपनी, इसके सीएमडी और अन्य निदेशकों के खिलाफ हैं। इनमें आम लोगों से 9 करोड़ 73 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने की बात कही गई है। इसके आधार पर ही ईडी ने पीएमएलए के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू की है।
लोगों के पैसे को दूसरी जगह लगाया
जांच में यह भी सामने आया कि कंपनी के निदेशक ने घर खरीदने के इच्छुक लोगों से पैसे लेकर उनके साथ धोखाधड़ी की और इस राशि को दूसरे मदों में निवेश कर दिया। कई बैंक खातों में यह राशि जमा कराई गई है। कुछ खाते दूसरी कंपनियों के नाम पर हैं और कुछ इनके निजी खाते हैं। नियमत: ग्राहकों से ली गई राशि कंपनी के खाते में ही रखनी चाहिए थी। इन्होंने बड़े स्तर पर धोखाधड़ी के जरिए पैसे जमा किए हैं।