AURANGABAD : औरंगाबाद के दानी बिगहा स्थित सत्येंद्र नारायण सिन्हा पार्क में आज पूर्व मुख्यमंत्री सत्येन्द्र नारायण सिन्हा की आदमकद प्रतिमा का अनावरण किया गया। राज्य के शहरी विकास मंत्री नितिन नवीन, श्रम संसाधन मंत्री संतोष कुमार सिंह तथा एससी-एसटी कल्याण मंत्री संतोष कुमार सुमन ने संयुक्त रूप से उनकी प्रतिमा का अनावरण किया।
इस मौके पर बड़ी संख्या में शहरवासियों के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री सत्येंद्र बाबू के सुपुत्र तथा पूर्व राज्यपाल निखिल कुमार भी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि सत्येंद्र बाबू ने औरंगाबाद की बेहतरी के लिए जो कुछ भी किया ,उसी का प्रतिफल है कि आज शहर के इस सबसे बड़े पार्क में उनकी प्रतिमा स्थापित की गई है। इस कार्यक्रम में उपस्थित बिहार सरकार के तीन तीन मंत्रियों ने भी अपनी संबोधन में भगवान भास्कर की इस धरती को नमन करते हुए बिहार विभूति डॉक्टर अनुग्रह नारायण सिंह, उनके सुपुत्र बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय सत्येंद्र नारायण सिंह की जीवनी तथा उनकी विचारधारा को लोगों ने अपने जीवन काल में उतरने की बात कहा है।
मंत्रियों ने यह साफ शब्दों में कहा है कि छोटे बाबू कोई साधारण नेता नहीं थे। वह देश के नेता थे। उन लोगो ने यह भी कहा की हम सब बड़े ही सौभाग्यशाली है की ऐसे पुरुषार्थ व्यक्ति के मूर्ति अनावरण करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। वहीं भाजपा के पूर्व सांसद सुशील कुमार सिंह ने भी सत्येंद्र बाबू की चरित्र तथा उनकी भावनाओं के कद्र करते हुए कहा कि पहले के जो नेता थे। उनकी संघर्ष चुनावी संघर्ष होता था। इसका असर पारिवारिक रिश्ते पर नहीं देखने को मिलता था। लेकिन वही आज राजनीतिक तथा चुनावी संघर्ष पारिवारिक संघर्ष का रूप ले लिया है जो कहीं से उचित नहीं है।
उन्होंने सत्येंद्र बाबू के समय की कई घटनाओं को भी लोगों के बीच रखा और कहा कि कोई साधारण व्यक्ति नहीं थे। उनकी विचारधारा अतुलनीय है। वहीं पूर्व सांसद ने पूर्व गवर्नर निखिल बाबू के विचार धारा पर चर्चा करते निखिल कुमार कोई व्यक्ति का नाम नहीं है। बल्कि औरंगाबाद के विचारधारा का नाम है निखिल कुमार और यह हमारे धरोहर हैं। निखिल कुमार के नाम से आज औरंगाबाद को पहचाना जाता है ना कि औरंगाबाद के नाम से निखिल कुमार को जो बड़ी ही गरिमामयी बात है। उन्होंने यह भी कहा है कि आज छोटे साहब के द्वारा किए गए अच्छे कार्यों की बदौलत लोग उन्हें याद कर रहे हैं। क्योंकि आज जो इस कार्यक्रम के उपलक्ष्य में सभा का आयोजन किया गया है ना तो उसमें कोई पार्टी का ही महत्व रह गया है और ना कोई समुदाय का। इस सभा में आज आप देख रहे होंगे कि सभी दल के लोग उपस्थित हैं और सभी समुदाय के लोगों उपस्थित हैं जो अपने आप में एक बहुत बड़ी बात है।
औरंगाबाद से दीनानाथ मौआर की रिपोर्ट