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इंदौर की तरह पटना भी दिखेगा साफ सुथरा, पटना नगर निगम ने इसके लिए बनाई है बड़ी योजना

इंदौर की तरह पटना भी दिखेगा साफ सुथरा, पटना नगर निगम ने इसके लिए बनाई है बड़ी योजना

PATNA : देश में इंदौर कई सालों से सबसे स्वच्छ शहर माना जाता है। इस बार भी इंदौर को सबसे साफ सुथरा शहर माना गया है। अब राजधानी पटना भी इंदौर की तरह साफ सुथरा नजर आएगा। इसके लिए पटना नगर निगम मे बड़ी योजना बनाई है। पटना नगर निगम स्वच्छता सर्वे-2023 में बेहतर रैंक हासिल करने के लिए इंदौर की ह्यूमन मैट्रिक्स सिक्योरिटी नामक कंपनी की देखरेख में अब पटना को साफ-सुथरा रखने की जिम्मेदारी सौंपी है। नगर निगम ने इसके लिए कंपनी के साथ अनुबंध किया है। जिसमें हर माह कंपनी  को करीब 35 लाख रुपए भुगतान किया जाएगा। कंपनी के डेढ़ सौ से अधिक कर्मचारियों को इस काम में लगाया जाएगा।

कंपनी ने बनाई है पूरी योजना

शहर की सड़कों और गलियों के कॉर्नर पर कचरे का ढेर न दिखे, इसके लिए सबसे पहले प्रयास शुरू किए जाएंगे। इसके बाद एक-एक करके सभी कमजोर कड़ियों को मजबूत बनाया जाएगा। कंपनी की आईईसी टीम द्वारा पिछले दिन वर्कशॉप में शहर को साफ-सुथरा रखने का पूरा रोडमैप बनाया गया है। शहर के 75 वार्डों के घरों से रोजाना करीब 1000 टन कचरा निकलता है।

यह है पटना नगर निगम की रेटिंग

वाटर सप्लाई मैनेजमेंट और सफाईकर्मियों की सुरक्षा को लेकर 945 अंक निर्धारित किए हैं, जबकि विगत साल इसके लिए 900 अंक निर्धारित थे। सीवरेज के ढक्कन 100 फीसदी कवर होने चाहिए। कचरा प्रबंधन के 1830 अंक इसबार निर्धारित किए गए हैं, जबकि विगत वर्ष 1200 अंक थे। यहां कूड़े का उठाव तो डोर-टू-डोर हो रहा है, लेकिन निस्तारण की व्यवस्था बेहतर नहीं है। इसे ठीक करना हाेगा।

नई गाइडलाइन में कचरा प्रबंधन पर फोकस

केंद्रीय शहरी मंत्रालय ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 के लिए जो गाइडलाइन जारी की है, उसके मुताबिक इसबार सर्वे 7500 की बजाए 9500 अंकों का होगा। रैंकिंग के मानकों में कुछ हद तक बदलाव भी किया गया है। चार चरणों में होने वाले सर्वेक्षण में सिटीजन फीडबैक सबसे पहले लिया जाएगा, जबकि इससे पहले सबसे अंतिम चरण पर इसका प्रावधान था।

इसबार सर्विस लेवल प्रोग्रेस अहम रहेगा। 9500 अंकों में से 4525 अंक इसके लिए निर्धारित किए गए हैं। इसमें से 1750 अंक तो कूड़ा उठाव की व्यवस्था को लेकर ही मिलेंगे। वर्ष 2021 के स्वच्छता सर्वे में 6000 अंक निर्धारित थे। इसमें पटना को 2739.92 अंक मिले थे। इस साल के स्वच्छता सर्वे के अंक बढ़ाकर 7500 किए गए।

31 जनवरी तक जनता का फीडबैक

स्वच्छता सर्वे-2023 के लिए सिटीजन फीडबैक का फॉर्मेट तैयार हो गया है। 31 जनवरी तक फीडबैक लिया जाएगा। लोगों से करीब 12 प्रश्न पूछे जाएंगे, जिसके माध्यम से शहर की सफाई व्यवस्था के बारे में जानकारी प्राप्त होगी। दो तरह से सिटीजन फीडबैक लिया जाता है। पहले लोग ऑनलाइन फीडबैक देते हैं।


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