patna : बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर अब सियासी दल आमने सामने हैं . लेकिन जदयू से खफा लोजपा ने इस बार अलग लाइन लेते हुए अपना रास्ता अलग कर नीतीश कुमार को घेरने के लिए अलग प्लान बना लिया है.
भाजपा के खिलाफ LJP ने नहीं उतारा कैंडिडेट
बिहार विधानसभा सभा चुनाव के पहले फेज के लिए लोजपा ने 42 कैंडिडेट का लिस्ट जारी कर दिया है. लेकिन लोजपा के इस लिस्ट को देखकर यह समझा जा सकता है कि लोजपा ने पहले चरण से ही जदयू के खिलाफ खेल शुरू कर दिया है. लोजपा ने पहले फेज के चुनाव में बीजेपी के खिलाफ एक भी उम्मीदवार नहीं उतारा है. लोजपा इससे साफ संकेत देना चाहती है कि इस चुनाव में वो एनडीए में ना रहकर भी बीजेपी के साथ ही जबकि जदयू से उसकी रार एकदम साफ है.
अपने मिशन पर लोजपा
गौरतलब है कि चिराग ने पहले भी यह ऐलान किया था कि उनकी पार्टी बीजेपी के खिलाफ कैंडिडेट नहीं उतारेगी. लोजपा के पहले सूची से यह बात साफ दिखती है कि लोजपा जदयू से रार को थामना नहीं चाहती और बीजेपी से रिश्तों को आगे लेकर जाने के मूड में है.
सवर्णों को दी गई तवज्जो
लोजपा ने इस बार टिकट बंटवारे में सवर्णों को तवज्जो दी है. लोजपा के 42 में 18 कैंडिडेट सवर्ण समुदाय से हैं.इसके साथ ही लोजपा ने अपने कार्यकर्ताओं को भी इस चुनाव मे मैदान में उतारा है. लोजपा ने इस लिस्ट में महिलाओं की हिस्सेदारी का भी ख्याल रखा है. लोजपा ने 42 में से 9 यानि लगभग 21 फीसदी महिलाओं को चुनावी मैदान में उतारने का फैसला किया है. 42 में से 10 अनुसूचित जाति और 13 पिछड़ा-अतिपिछड़ा समुदाय के लोगों को टिकट दिया गया है. इसके साथ ही 1 अल्पसंख्यक को भी चुनावी मैदान में लोजपा ने उतारा है.