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LJP POLITICS: बुरे फंसे एलजेपी सांसद ‘कैसर’, संसदीय क्षेत्र के लोगों ने ही जमकर किया विरोध, दिखाए काले झंडे

LJP POLITICS: बुरे फंसे एलजेपी सांसद ‘कैसर’, संसदीय क्षेत्र के लोगों ने ही जमकर किया विरोध, दिखाए काले झंडे

KHAGARIA: लोजपा पर अधिकार की लड़ाई यूं तो सरेआम हो ही गई है, अब जनता भी अपने-अपने नेता को लेकर समर्थन और विरोध के सुर दिखाने लगी है। रामविलास पासवान के निधन के बाद से ही लोजपा दो भाग में बंट गई है। पहला गुट चिराग पासवान का है औऱ दूसरा पशुपति पारस का। दोनों ही खुद को जनता के सामने अच्छा और सच्चा साबित करने में लगे हुए हैं। हालांकि जनता भी भोली नहीं है औऱ पब्लिक सब जानती है। इसी का प्रत्यक्ष उदाहरण शनिवार को खगड़िया में देखने को मिला, जहां सांसद महबूब अली कैसर को जनता का विरोध झेलना पड़ा।

दरअसल ट्विटर पर लोजपा के महासचिव और चिराग पासवान के करीबी सौरभ सिंह द्वारा एक वीडियो पोस्ट किया गया है। बता दें, सांसद महबूब अली कैसर खगड़िया मुख्यालय से परबत्ता क्षेत्र भ्रमण के लिए निकले थे। वीडियो में साफतौर पर देखा जा सकता है कि जैसे ही लोजपा के बागी सांसद का काफिला चित्रगुप्तनगर थाना इलाके के परमानन्दपुर ढाला के पास पहुंचा, बड़ी संख्या में लोगों ने उनका विरोध किया और काले झंडे भी दिखाए। बता दें, महबूब अली कैसर लोजपा के सांसद है, जो फिलहाल चिराग को छोड़कर पारस गुट में शामिल हो गए हैं। इसी के बाद उनके खगड़िया पहुंचते ही लोगों के भारी आक्रोश का सामना करना पड़ा। इस दौरान प्रदर्शनकरियों ने 'रामविलास पासवान जिंदाबाद' और 'चौधरी महबूब अली कैसर मुर्दाबाद' के नाराे लगाए। वीडियो में दिख रहा है कि बड़ी संख्या में युवा काफिले के रास्ते पर पहले से ही मौजूद थे औऱ सांसद की गाड़ी पहुंचते ही उसे रोक देते हैं औऱ काले झंडे दिखाने लगते हैं। अचानक हुए इस विरोध से सांसद की सुरक्षा में लगे कर्मचारी हक्का-बक्का रह जाते हैं और तत्काल स्थिति संभालने की कोशिश करते हैं। हालांकि तबतक महबूब अली कैसर को जनता का विरोध झेलना पड़ता है। आननफानन में सुरक्षाकर्मी सांसद की गाड़ी भीड़ से निकालते हैं और काफिला आगे बढ़ जाता है।

यहां गौर करने वाली बात यह है कि खगड़िया सांसद महबूब अली कैसर का संसदीय क्षेत्र है। वहीं उन्हें इस तरह का विरोध झेलना पड़ा, जो इस बात को दर्शाता है कि जनता उनके पारस गुट में जाने से खुश नहीं है और जनता के मन में अब भी रामविलास पासवान के लिए सम्मान और चिराग पासवान के हमदर्दी है। रामविलास पासवान की जन्मभूमि भी खगड़िया ही है। उसी भूमि पर सांसद कैसर को पशुपति पारस के ससुराल एवं सांसद प्रिंस राज के ननिहाल के ग्रामीणों द्वारा जबरदस्त विरोध झेलना पड़ा। 



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