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हनुमान चालीसा विवाद में सांसद नवनीत राणा की गिरफ्तारी पर लोकसभा सचिवालय ने लिया संज्ञान, उद्धव सरकार पर लगे कई गंभीर आरोप

हनुमान चालीसा विवाद में सांसद नवनीत राणा की गिरफ्तारी पर लोकसभा सचिवालय ने लिया संज्ञान, उद्धव सरकार पर लगे कई गंभीर आरोप

दिल्ली. निर्दलीय सांसद नवनीत राणा की गिरफ्तारी मुद्दे में अब लोकसभा सचिवालय ने संज्ञान लिया है. दरअसल,  महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर और हनुमान चालीसा पाठ को लेकर मचे सियासी घमासान के बीच अमरावती से निर्दलीय सांसद नवनीत राणा की गिरफ्तारी हुई थी. इस मुद्दे पर शिकायती पत्र के आधार पर लोकसभा सचिवालय ने महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार से रिपोर्ट मांगी है. नवनीत राणा ने ईमेल के जरिए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर उद्धव ठाकरे सरकार और महाराष्ट्र पुलिस पर कई तरह के गंभीर आरोप लगाये हैं.

नवनीत राणा ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को पत्र लिखकर उनके साथ मुंबई के खार पुलिस स्टेशन में दुर्व्यवहार की शिकायत की थी. सांसद नवनीत राणा ने 9 पॉइंट का एक मेल लोकसभा कार्यालय को किया था. राणा की ओर से लोकसभा अध्यक्ष को यह मेल किया गया था और इस बारे में लोकसभा सचिवालय ने संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार से इस बारे में 24 घंटे में जवाब देने के लिए कहा है.

नवनीत राणा ने अपने पत्र में लिखा था मुझे 23 अप्रैल 2022 को खार पुलिस स्टेशन ले जाया गया. पूरी रात मैंने पुलिस स्टेशन में बिताई. मैंने पूरी रात पीने के लिए पानी मांगा, लेकिन मुझे पानी तक नहीं दिया गया. राणा ने आगे लिखा, मुझे हैरानी तब हुई, जब पुलिस स्टाफ ने कहा कि मैं अनुसूचित जाति से हूं, इसलिए वह उस ग्लास में मुझे पानी नहीं देंगे. आरोप लगाया कि मुझे सीधे तौर पर जाति के आधार पर गाली दी गयी और इस वजह से मुझे पीने के लिए पानी नहीं दिया गया.

उन्होंने कहा, मुझे पानी पीने जैसे बुनियादी मानवाधिकार से भी इस चीज को लेकर वंचित किया गया कि मैं अनुसूचित जाति से हूं. राणा ने खत में आगे लिखा, यह मेरा सच्चा विश्वास है कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में शिवसेना स्पष्ट कारणों से अपने स्पष्ट हिंदुत्व सिद्धांतों से पूरी तरह से भटक गयी, क्योंकि वह सार्वजनिक जनादेश को धोखा देना चाहती थी और कांग्रेस-एनसीपी के साथ चुनाव के बाद गठबंधन बनाना चाहती थी.

मैंने शिवसेना में हिंदुत्व की लौ को फिर से जगाने की सच्ची आशा के साथ घोषणा की थी कि मैं मुख्यमंत्री के आवास पर जाऊंगी और उनके आवास के बाहर “हनुमान चालीसा का जाप करूंगी. यह किसी धार्मिक तनाव को भड़काने के लिए नहीं था. सूत्रों के अनुसार लोकसभा सांसद की इस चिट्ठी का संज्ञान लेते हुए लोकसभा सचिवालय ने महाराष्ट्र सरकार से इस पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी है. राज्य सरकार द्वारा रिपोर्ट आने के बाद ही लोकसभा अध्यक्ष इस पूरे मामले में आगे की कार्रवाई को लेकर फैसला करेंगे.

अगर इस मामले में लोकसभा सांसद के साथ किये गये गलत व्यवहार की पुष्टि हो जाती है तो फिर इस मामले को आगे की कार्रवाई के लिए लोकसभा की विशेषाधिकार समिति को भेजा जा सकता है. जान लें कि  महाराष्ट्र में हनुमान चालीसा और लाउडस्पीकर को लेकर जारी राजनीतिक बवाल के बीच महाराष्ट्र पुलिस ने शनिवार को नवनीत राणा और और उनके पति विधायक रवि राणा पर कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया था.


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