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गया के इस डॉक्टर के हुनर को देखिये, जो बनाता है सुन्दर और इको फ्रेंडली मूर्तियाँ...

गया के इस डॉक्टर के हुनर को देखिये, जो बनाता है सुन्दर और इको फ्रेंडली मूर्तियाँ...

GAYA : गया के प्रदीप कुमार पेशे से मूर्तिकार नही, बल्कि ये डॉक्टर है. लेकिन माँ सरस्वती के प्रति सच्ची श्रद्धा ने इन्हें भी कलाकार बना दिया. जी हां इस बार अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल परिसर में इंटर्न डॉक्टर प्रदीप कुमार इको फ्रेंडली मां सरस्वती की प्रतिमा अपने हाथों से बना रहे हैं, जो लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है. 

कॉलेज के इंटर्न डॉक्टर प्रदीप कुमार 13 फीट ऊँची माँ सरस्वती की प्रतिमा बना रहे है. सरस्वती पूजा के दौरान इसी मूर्ति की स्थपना की जाएगी. मरीजों को देखने के बाद प्रदीप समय निकाल कर 4 से 5 घंटे प्रतिमा बनाने में जुट जाते है. उनके साथ के डॉक्टर भी इस काम के लिए उनकी प्रशंसना करते नही थकते हैं. 


इस मूर्ति के माध्यम से इंटर्न डॉक्टर आगामी 30 जनवरी को होने वाली सरस्वती पूजा में पर्यावरण संरक्षण का संदेश पहुंचाएंगे. हालाँकि इस बार कॉलेज परिसर में जगह नही मिलने के कारण वे पूजा का आयोजन बागेश्वरी मोहल्ले में कर रहे है. उन्होंने बताया कि मां सरस्वती की प्रतिमा में वह क्ले मिट्टी के साथ गंगा नदी की मिट्टी का प्रयोग कर रहे हैं. मूर्ति के लिए लोकल बाजार में मिलने वाले खतरनाक केमिकल वाले रंगों का प्रयोग नहीं किया जा रहा है. इसके बदले उन्होंने कोलकाता से इको फ्रेंडली कलर मंगवाया है. प्रदीप ने बताया कि मूर्ति में लोहे के कील का प्रयोग नहीं के बराबर किया गया है. प्रतिमा में कील का प्रयोग करने से विसर्जन के दौरान पानी में रहे जीव जंतु उसे खाना समझ कर निगल हैं जिसके बाद उसकी मौत हो जाती है. 

उन्होंने बताया की इको फ्रेंडली प्रतिमा बनाने से तालाबों में विसर्जन करने के बाद पानी प्रदूषित नहीं होती है और जीव-जंतु को भी कोई कठिनाई नहीं होती है. उन्होंने बताया कि इको फ्रेंडली प्रतिमा को सरकार या जिला प्रशासन को भी प्रमोट करना चाहिए. प्रदीप कुमार ने बताया कि मूर्ति कला में उन्हें बचपन से ही शौक था. बचपन से ही जब गांव में मूर्ति बैठती थी तो हम खुद से ही प्रतिमा का निर्माण करते थे. उन्होंने बताया कि अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज में मरीज देखने और ड्यूटी खत्म होने के बाद 5 से 6 घंटा प्रतिमा बनाने के लिए काम करते हैं. हर साल मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में माँ सरस्वती की प्रतिमा को बैठाया जाता है और बड़े ही धूमधाम से सरस्वती पूजा मनाया जाता है जिसको लेकर प्रतिमा का निर्माण कर रहे हैं. 

गया से मनोज कुमार की रिपोर्ट 

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