लखनऊ. धरने पर बैठ समाजवादी पार्टी के बिधायक राकेश प्रताप सिंह को कल रात 11 बजे जबरदस्ती लखनऊ पुलिस उठाकर सिविल अस्पताल ले गयी. यहां उनका मेडिकल टेस्ट किया गया. इस दौरान राकेश प्रताप का कहना था कि हो सकता हैं कि अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टर व प्रशासन मेरा आमरण अनशन तुड़वा दे, लेकिन मेरी ये लड़ाई जारी रहेगी.
सपा विधायक ने कहा कि एक रिपोर्ट जिसकी अच्छी से जाँच भी नहीं हुई और मुझे पुलिस जबरन सिविल अस्पताल ले आई और दोबारा वही चेकअप किया जा रहा है. सपा विधायक ने कहा कि इस बीत आज प्रशासन की ओर से मेडिकल टीम ने मेरा मेडिकल चेकअप किया और सलाह दी कि मुझे अनशन तोड़ना चाहिए. स्वास्थ जल्द ही ख़राब हो सकता है, लेकिन मैं इस लड़ाई को आख़िरी साँस तक लड़ूँगा.
उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले के गौरीगंज विधानसभा से विधायक राकेश प्रताप सिंह पिछले 1 सप्ताह से धरने पर बैठे हैं. 2 दिन से राकेश प्रताप सिंह अनशन पर थे. कल रात लगभग 12 बजे करीब पुलिस ने उनकी तबीयत खराब होने का हवाला देते हुए उनको सिविल अस्पताल में भर्ती कराया था.
आपको बता दें कि राकेश सिंह ने अपने एक बयान जारी किया है, जिसमें उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि कल रात से उनको सिविल अस्पताल में रखा गया है. लगभग 15 घंटे का समय बीतने के बाद भी अभी तक कोई उनकी हाल खबर लेने नहीं आया है. उन्होंने सरकार के ऊपर आरोप लगाया है कि उत्तर प्रदेश योगी सरकार उनकी हत्या कराना चाहती है. राकेश सिंह ने कहा है कि मुझे 15 घंटे से सिविल अस्पताल में रखा गया है, लेकिन वहां कोई सुविधा नहीं है.