न्यूज़ 4 नेशन डेस्क : मधुबनी लोकसभा क्षेत्र में महागठबंधन पूरी तरह से बिखर गया है. पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शकील अहमद ने निर्दलीय नामांकन दाखिल कर दिया। उसके बाद अब राजद के वरिष्ठ नेता अली अशरफ फातमी ने पार्टी से इस्तीफा देकर मधुबनी लोकसभा क्षेत्र से ही ताल ठोक दिया है ।पूर्व केंद्रीय मंत्री फातमी ने आज अपना नामांकन भी दाखिल कर दिया ।इसके पहले बुधवार को उन्होंने राजद से इस्तीफा दे दिया था। इस्तीफा देने के बाद फातमी ने तेजस्वी पर बड़ा हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि तेजस्वी की जितनी उम्र नहीं उससे अधिक समय से वे राजनीति कर रहे हैं। फातमी ने आरोप लगाया और कहा कि आरजेडी में समर्पित कार्यकर्ताओं की अनदेखी होती है। उनको बिना बताए टिकट काट दिया दिया गया।
अली अशरफ फातमी पूर्व केंद्रीय मंत्री हैं और दरभंगा से कई बार सांसद रह चुके हैं ।पार्टी ने इसबार उन्हें दरभंगा से प्रत्याशी नहीं बनाया। इसके बाद उन्होंने मधुबनी से चुनाव लड़ने का एलान किया ।लेकिन महागठबंधन में सीट बंटवारे में मधुबनी सीट वीआईपी के खाते में चली गई। जहां से वीआईपी ने बद्री प्रसाद पूर्वे को अपना उम्मीदवार बनाया है ।
कुल मिलाकर कहें तो मधुबनी सीट पर महाभारत जारी है। शकील अहमद और अली अशरफ फातमी के नामांकन के बाद महागठबंधन प्रत्याशी के लिए मुश्किलें और बढ़ गई है।