पटना. महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ राजद के नेतृत्व में आयोजित प्रतिरोध मार्च में रविवार को महागठबंधन ने अपनी एकता का परिचय दिया. न सिर्फ राजद बल्कि कांग्रेस और वाम दलों ने नेताओं ने सड़क पर उतरकर केंद्र सरकार को जनविरोधी बताते हुए महंगाई- बेरोजगारी पर घेरा. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ मदन मोहन झा ने पटना में बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकताओं के साथ पदयात्रा करते हुए प्रतिरोध मार्च को अपना समर्थन दिया.
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की नीतियों के कारण आज देश में महंगाई चरम पर है. लोगों को दैनिक रूप से खर्च का बोझ बढ़ता जा रहा है. महंगाई चरम सीमा पर है. बावजूद इसके केंद्र सरकार आम लोगों की समस्याओं को दरकिनार कर उन पर हर दिन अलग अलग तरीकों से महंगाई का बोझ बढ़ा रही है. उन्होंने कहा कि रोजगार सृजन के बदले केंद्र ने देश में युवाओं से रोजगार छिनने का काम किया है. नई भर्तियों पर रोक, विभिन्न लाभ कमाने वाले उपक्रमों को कौड़ियों के भाव बेचना और रोजगार मांगने वालों पर बल प्रयोग किया जा रहा है. इसी के खिलाफ यह प्रतिरोध मार्च है. इसमें न सिर्फ राजनीतिक दल के कार्यकर्ता हैं बल्कि आम जनता का समर्थन है.
वहीं तेजस्वी यादव ने कहा कि पूरा देश भ्रष्टाचार, महंगाई और बेरोजगारी से त्रस्त है। वे (भाजपा सरकार) संवैधानिक संस्थाओं के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. बिहार के किसान बाढ़ और सूखे से तंग आ चुके हैं. इसी कारण जनहित के मुद्दों पर जनता की आवाज को उठाने के लिए राजद ने आज प्रतिरोध मार्च निकाला है. इसमें न सिर्फ राजद बल्कि महागबंधन में शामिल सभी दल के नेता विरोध जता रहा हैं. पटना सहित पुरे राज्य में प्रतिरोध मार्च में लाखों की संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ ही आम जन भी समर्थन में उतरे हैं.
प्रतिरोध मार्च में शामिल नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने पर लिया. 'नरेंद्र मोदी शर्म करो शर्म नहीं तो डूब मरो', रोको महंगी -बांधों दाम, नहीं तो होगा चक्का जाम, जो सरकार महंगाई न रोके, वो सरकार निक्कमी है, जो सरकार निक्कमी है वो सरकार बदलनी है. जैसे नारे लगाते और महंगाई-बेरोजगारी के विरोध में पोस्टर लहराते हुए जनकर विरोध जताया गया. इस दौरान महिला प्रदर्शनकारियों ने सिर पर गैस सिलेंडर उठाकर प्रतिरोध मार्च में महंगाई के खिलाफ अपना विरोध जताया.