DESK : महिला डॉक्टर से रेप और हत्या की घटना को लेकर हो रहे आंदोलन पश्चिम बंगाल में ममता सरकार को पूरी तरह से हिला दिया है। जिस तरह से पिछले दो दिन में नब्बाना आंदोलन और आज बंगाल बंद को लोगों का समर्थन मिला, उसके बाद ममता बनर्जी ने अब दूसरे राज्यों को आग में झौंकने की बात कह दी है। हालांकि अपने बयान को लेकर खुद ममता बनर्जी पूरी तरह से घिरती हुई नजर आ रही है।
ममता बनर्जी द्वार पूर्वोत्तर भारत को आग में जलाने की बात कहने को लेकर अब मणिपुर सरकार पूरी तरह से आगबबूला नजर आ रहे हैं। उन्होंने सीधे ममता बनर्जी से पूछा कि दीदी की हिम्मत कैसे हुई पूर्वोत्तर को धमकाने की? मैं इस तरह की गैरजिम्मेदाराना टिप्पणियों की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं.
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म 'एक्स' पर पोस्ट शेयर की. जिसमें उन्होंने कहा कि ममता दीदी को पूर्वोत्तर और देश के बाकी हिस्सों से सार्वजनिक रूप से माफ़ी मांगनी चाहिए. इसके साथ ही सीएम ममता बनर्जी को को तुरंत विभाजनकारी राजनीति के ज़रिए हिंसा और नफ़रत भड़काना बंद करना चाहिए. सीएम एन. बीरेन सिंह ने कहा कि किसी राजनीतिक नेता के लिए सार्वजनिक मंच पर हिंसा की धमकियां देना बहुत ही अनुचित है।
हिमंत बिस्वा सरमा भी भड़के
वहीं असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने बुधवार (28 अगस्त) को पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी पर निशाना साधा. इस दौरान सरमा ने उन पर पूरे भारत में अशांति और विभाजनकारी राजनीति फैलाने का आरोप लगाया. सीएम सरमा ने एक्स पर पोस्ट किया, “दीदी, असम को धमकाने की आपकी हिम्मत कैसे हुई?”उन्होंने कहा, "हमें लाल आंखें मत दिखाओ. अपनी विफलता की राजनीति से भारत में आग लगाने की कोशिश मत करो. विभाजनकारी भाषा बोलना तुम्हें शोभा नहीं देता.
दरअसल, पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी ने बंगाल में हो रहे आंदोलन को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि "प्रधानमंत्री मोदी, आप अपने लोगों के जरिए बंगाल में अशांति पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन याद रखिए, 'अगर बंगला जलता है, तो असम, पूर्वोत्तर, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, ओडिशा और दिल्ली भी जलेंगे। जिसके बाद अब उन्हें ही आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।