'मांझी' का नया पैंतरा ! मेरे विधायकों का नहीं हो रहा काम...अफसर सुन ही नहीं रहे, एक भी लोस सीट नहीं मिलेगा फिर भी साथ रहेंगे

PATNA: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी को लेकर राजनीतिक चर्चा जारी है. क्या 'मांझी' महागठबंधन के साथ रहे पायेंगे या फिर एनडीए के साथ जायेंगे ? मांझी के बयानों से ही तरह-तरह के राजनीतिक सवाल खड़े हो रहे हैं. पूर्व मुख्यमंत्री ने आज नया पैंतरा लिया है. मीडिया से बातचीत में कहा कि हमारे विधायकों का काम नहीं हो रहा. नीतीश सरकार में अफसर हमारी बातों को सुन ही नहीं रहे. हमलोगों ने काम को लेकर कई कागज दिए, लेकिन उस पर काम नहीं हुआ। हमने इस मुद्दे को लेकर दल के सभी विधायकों के साथ सीएम नीतीश से मिले हैं.
हमलोगों का काम नहीं हो रहा-पूर्व सीएम
जीतनराम मांझी बुधवार को दल के सभी विधायकों को लेकर सीधे मुख्यमंत्री आवास पहुंच गए थे. वहां उन्होंने नीतीश कुमार से मुलाकात की. कहा जा रहा है कि नीतीश कुमार हम के संरक्षक मांझी को लेकर सशंकित हैं. अब मांझी ने नीतीश कुमार से मिलने को लेकर अपनी बात रखी है. मांझी ने कहा कि मुख्यमंत्री से हमारे सभी चारो विधायक इसलिए मिले हैं क्यों कि एक समस्या थी. हमारे विधायकों की बात पदाधिकारी नहीं सुनते हैं. हमारे विधायक गया में समाधान यात्रा के क्रम में मुख्यमंत्री को कई आवेदन दिए थे. हमारे क्षेत्र में भी कुछ ऐसा था कि काम नहीं हुआ था. हमलोग मुख्यमंत्री से मिलकर यही कहा कि हमलोगों का काम जैसा होना चाहिए वैसा नहीं हो रहा । हमलोगों का काम करवाइए. इसी काम को लेकर हम सभी चारो विधायक मुख्यमंत्री से मिले थे.सब लोगों ने काम का लिस्ट मुख्यमंत्री को दिया है. इसके अलावे कोई बात नहीं थी. मुख्यमंत्री ने त्वरित गति से काम कराने का आश्वासन दिया है.
एक भी सीट नहीं मिलेगा फिर हम साथ हैं-मांझी
विपक्षी एकतो को लेकर 23 तारीख को आयोजित बैठक को लेकर जेडीयू-राजद की तरफ से अब तक विधिवत जानकारी नहीं देने के मुद्दे पर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि हम इस मुद्दे को कुछो नहीं समझते हैं. विपक्ष मजबूत हो, जैसे भी एकता बन सके वैसे हो. जहां तक रहना न रहने का सवाल है तो नीतीश कुमार जब साथ हैं तो हम भी साथ हैं. पांच सीट और चार सीट का कोई मामला नहीं है. हमको अगर एक सीट भी नहीं मिलेगा फिर भी हम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ हैं.