BHAGALPUR : माता पिता को धरती पर भगवान् का रूप माना जाता है। बदलते जमाने के साथ भी माता पिता को सबसे ऊँचा स्थान दिया जाता है। उनकी सेवा को लेकर सबसे बेहतरीन उदाहरण श्रवण कुमार का दिया जाता है।
इसी कड़ी सुल्तानगंज में एक बार फिर कलयुग का श्रवण देखने को मिला, जो अपने माता पिता को कांवर में बिठाकर तीर्थ यात्रा के लिए निकल चुके हैं। बताते चलें की कलयुग के श्रवण का नाम मंतलाल यादव है, जो शिवनंदनपुर के निवासी बताये जा रहे हैं।
उनके सहयोगी के रुप में सुबोध यादव, ब्रह्मदेव यादव, छरविंद यादव सभी कांवड़ यात्रा में शामिल होकर उनके माता पिता को लेकर बाबा बैजनाथ की तीर्थ यात्रा पर जाने में सहयोग कर रहे हैं।
मंतलाल यादव द्वारा बताया जा रहा है कि बहुत दिनों से मेरी इच्छा थी कि अपने माता पिता को तीर्थ यात्रा कराएं। उसी को लेकर माता पिता को लेकर तीर्थ यात्रा के लिए निकले हैं। लेकिन चलने में असमर्थ होने के कारण उन दोनों को एक कांवड़ रूपी बहंगी बनाकर तीर्थ यात्रा के लिए निकल गए हैं। अब आगे भोलेनाथ की इच्छा जो होगी, वहीँ होगा।
भागलपुर से बालमुकुन्द की रिपोर्ट