GAYA : बिहार सरकार के कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने मगध प्रमण्डल के मत्स्य विभाग के उप निदेशक गौरी शंकर से मत्स्य संसाधन विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की समीक्षा कर प्रमण्डल के सभी जिलों में मत्स्य विभाग की योजनाओं की प्रगति का हाल जाना.
जानकारी लेने के बाद मंत्री ने कहा कि बिहार मछली उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर हो रहा है. बिहार से मछली को नेपाल, झारखण्ड, सिलिगुड़ी, गोरखपुर, लुधियाना आदि स्थानों पर आपूर्ति किया जा रहा है. मछली उत्पादन के क्षेत्र में बिहार देश में चौथे स्थान पर पहुँच गया है. राज्य सरकार द्वारा मछलीपालकों के लिये बहुत सी कल्याणकारी योजनाओं को संचालित किया जा रहा है.
जिसमें नये तालाबों का निर्माण, पुराने तालाबों का जीर्णोद्वार, मत्स्य हैचरी का निर्माण, मछली के जीरा एवं अंगुलिकाओं का वितरण, बायो फ्लॉक विधि से मछली उत्पादन, प्रधानमंत्री विषेष पैकेज से मछुआरा आवास योजना अन्तर्गत मत्स्यपालकों के लिए पक्का मकान का निर्माण, मछली के विपणन को सुलभ बनाने एवं होम डिलीवरी के लिये मछुआरों को फोर व्हीलर, थ्री व्हीलर एवं टॅू व्हीलर वाहनों का वितरण जैसे कार्य किये जा रहे हैं. बिहार में कुल 1230 वाहनों का, जबकि मगध प्रमण्डल में 30 दो पहिया, 28 तीन पहिया एवं 20 चार पहिया वाहनों को मत्स्यपालनकों को 90 प्रतिशत अनुदान पर वितरित किया गया है.
मुख्यमंत्री मत्स्य विकास योजना अन्तर्गत मत्स्यजीवियों को वितरित किये जाने वाले 4 व्हीलर, 3 व्हीलर एवं 2 व्हीलर वाहनों पर राज्य सरकार क्रमशः 4,80,000, 2,80,000 एवं 50,000 रुपये की राशि सहायता अनुदान के रुप में दे रही है. मगध प्रमण्डल के 78 मत्स्यजीवियों को राज्य सरकार द्वारा दो पहिया, तीन पहिया एवं चार पहिया वाहन खरीदने पर कुल 1 करोड़ 69 लाख 78 हजार की राशि का भुगतान सहायता अनुदान के रुप में किया गया है.
गया से मनोज कुमार की रिपोर्ट