PATNA: बिहार में नए शिक्षक नीति को लेकर कई दिनों से विरोध प्रदर्शन जारी था। काफी प्रदर्शन करने के बाद नियोजित शिक्षकों की मांग पर आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास पर बैठक की जा रही है। यह बैठक शुरू हो गई है। इस बैठक में महागठबंधन के भी कई नेता शामिल हैं। बैठक में शिक्षा मंत्री डॉ. चंद्रशेखर के साथ शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक भी सीएम आवास पहुंचें हैं। बता दें कि, शिक्षा मंत्री और केके पाठक के विवाद के बाद पूरे 30 दिनों बाद दोनों आमने-सामने होंगे। इससे पहले 6 जुलाई को मुख्यमंत्री ने दोनों को अपने आवास पर बुलाया था।
दरअसल, यह बैठक नई शिक्षक नीति के नियमावली को लेकर आयोजित की गई है। बैठक में नियोजित शिक्षकों की कई मागों को लेकर चर्चाएं होंगी। बता दें कि बिहार में नई शिक्षक नियुक्ति नियमावली को लेकर शिक्षक संघों के विरोध के बाद यह बैठक बुलाई गई है। सीएम नीतीश की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई है। बैठक में तेजस्वी यादव भी शामिल हैं।
वहीं अनुमान लगाया जा रहा कि इस बैठक में शिक्षकों की कई मांगों को पूरा किया जा सकता है। नियोजित शिक्षकों के लिए यह बैठक काफी अहम मानी जा रही है। नियोजित शिक्षकों की मांग है कि नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा और पुरानी पेंशन योजना लागू करें। राज्यकर्मी का दर्जा देने के लिए किसी तरह की कोई परीक्षा नहीं ली जाए। शिक्षक संघ का यह भी मांग है कि बिहार में पुरानी डोमिसाइल नीति लागू हो, ताकि बिहारी युवक ही BPSC की बहाली में आवेदन कर सके। इसके साथ ही सामान काम का सामान वेतन दी जाए।
बताते चलें कि, राज्य में 1 लाख 70 हजार से अधिक शिक्षकों की बहाली होने वाली है। नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा पाने के लिए इस परीक्षा को पास करना होगा। यह परीक्षा BPSC की ओर से आयोजित की जा रही है। यह परीक्षा इसी महीने होने वाली है, जिसमें राज्य के बाहर के अभ्यर्थी भी आवेदन किए हैं।