पटना: राज्य सरकार ने 35 लाख टन धान की सरकारी खरीद कर एक नया कीर्तिमान रच दिया है। धान की सरकारी खरीद का लक्ष्य 30 लाख टन से बढ़ाकर 45 लाख टन कर दिया गया था। इस लक्ष्य का पीछा करते हुए सहकारिता विभाग ने 35 लाख टन धान खरीद कर इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी खरीदारी का कीर्तिमान बना दिया है। बता दें कि सहकारिता विभाग हर साल सिर्फ 30 लाख टन धान खरीद के लक्ष्य का पीछा करते हुए बीच में ही सरेंडर कर जाता था। वहीं आज 35 लाख टन धान खरीद कर इतिहास बनाने में कामयाब हो गया है। गौरतलब है कि डेढ़ महीना पहले ही धान की सरकारी खरीद बंद कर दी गई थी ।सरकारी धान खरीद का लाभ इस बार 4 लाख 90 हजार किसानों को मिला है।
नीतीश सरकार ने धान खरीद को गति देने के लिए इस बार एक मजबूत संकल्प लिया था। यह जाहिर हो गया कि अगर व्यवस्था चुस्त हो तो बिचौलिए कुछ नहीं कर पाते। जबकि 30 लाख टन से धान खरीद के लक्ष्य को बढ़ाकर 45 लाख टन कर दिया गया था। वहीं अभियान कि समय सीमा 31 मार्च से घटाकर एक 30 जनवरी कर दिया गया था। स्थिति यह रही कि डेढ़ महीना पहले खरीद बंद होने पर भी रिकॉर्ड उपलब्धि हासिल कर ली गई ।सरकार के द्वारा एजेंसी पर दबाव बनाने का हथकंडा काम आया और अंतिम समय आते-आते परिणाम भी रिकॉर्ड बना गया। 30 लाख टन धान की खरीदारी के लक्ष्य को पीछा करते हुए जहां सहकारिता विभाग आधा लक्ष्य में ही हांफने लगता था वहीं इस बार 6 महीने की जगह सिर्फ 3 महीने में ही रिकॉर्ड 35 लाख टन धान खरीद लिया।