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हथियारबंद बदमाश मोबाइल टावर के गार्ड को बंधक बना तीन लाख की बैट्री लेकर हुए चंपत

हथियारबंद बदमाश मोबाइल टावर के गार्ड को बंधक बना तीन लाख की बैट्री लेकर हुए चंपत

मसौढ़ी। धनरूआ थाना के बिरंची मोड़ स्थित एस एच-1से सटे पूव एक निजी मोबाइल कंपनी के टावर से हथियारबंद बदमाशों ने अनाधिकृत रूप से टावर में गार्ड के रूप में रह रहे जलेन्द्र कुमार को कब्जा में लेते हुये टावर में लगा तीन लाख की बैट्री को लेकर चंपत हो गये. बदमाशों के भाग जाने के बाद  गार्ड जलेन्द्र कुमार बदमाशों द्वारा बांधे गये हाथ व पैर को किसी तरह खोल एक घंटे बाद बाहर सडक पर आया. इसी बीच उसकी नजर गश्त कर रही पुलिस पर पडी और उसने पुलिस को इसकी जानकारी दी. साथ ही जलेन्द्र कुमार ने इसकी सूचना अपने तकनीकी कर्मचारी संतोष कुमार प्रियदर्शी को दी. कुछ देर में संतोष कुमार भी वहां पहुंच गये. बाद में संतोष कुमार ने इस संबंध में अज्ञात के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज करायी है. 

जानकारी के अनुसार पटना-गया एस एच-1 के बिरंची मोड स्थित एक निजी मोबाईल टावर बीते 18 बर्षो से स्थापित है.टावर के शुरूआती समय में जलेन्द्र कुमार वहां गार्ड के रूप में रहते थे,जिन्हे बाद के दिनों में कंपनी के द्वारा हटा दिया गया था.इधर टावर के देख रेख कर रहे तकनीकि कर्मचारी संतोष कुमार प्रियदर्शी ने बताया कि जलेन्द्र कुमार को उनके उम्र को देखते हुये अपने स्तर से टावर की देख रेख के लिये रखा था.जलेन्द्र कुमार ने बताया कि बीते बुधवार की रात कुछ बदमाश हथियार के साथ टावर के पिछले हिस्से से चहारदीवारी फांद कर प्रवेश कर गये.गार्ड रूम में सभी बदमाश घुस आये,और हमे कब्जे मे लेते हुये हाथ पैर को रस्सी से बांध दिया.उन्होने बताये कि करीब तीन घंटे तक सभी बदमाश टावर में रह पूरी बैट्री जिसकी कीमत करीब तीन लाख रुपये थी,एक एक कर खोल लिये.खोले गये बैट्री को अपने साथ लाये एक पिकअप भान पर लाद लेकर फरार हो गये.करीब एक घंटे बाद किसी तरह जलेन्द्र कुमार अपने बंधे हाथ व पैर को खोल बाहर सडक पर पहुंचे.जहां उनकी मुलाकात गश्त कर रही धनरूआ पुलिस से हुयी और उन्होने सारी आपबीती सुनायी.

क्या कहना है थानाध्यक्ष का

थानाध्यक्ष राजु कुमार ने बैट्री की चोरी की बात को स्वीकार किया है, लेकिन हथियार के बल पर गार्ड को बंधक बनाने की बात सिरे से खारिज कर दिया है. उन्होने बताया कि अनाधिकृत रूप से रह रहे गार्ड की जानकारी टावर के तकनीकि कर्मचारी संतोष कुमार प्रियदर्शी के द्वारा ही बताया गया है.थानाध्यक्ष ने बताया कि थाने की गश्त गाडी कुछ ही दूरी पर गश्त कर रही थी.किसी के द्वारा तत्काल नही बताया गया.घटना के कुछ देर बाद तकनीकि कर्मचारी संतोष कुमार प्रियदर्शी के द्वारा रात्रि करीब अढाई बजे इसकी जानकारी दी गयी थी.पुलिस छानबीन में जुटी है.


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