AURANGABAD : औरंगाबाद के सत्येन्द्र नगर की मोनिका श्रीवास्तव ने संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में 455 वां रैंक हासिल कर बिहार का गौरव बढ़ाया है। इंजीनियर ब्रजेश श्रीवास्तव एवं प्रधानाध्यापिका भारती श्रीवास्तव की सुपुत्री मोनिका इसके पहले आईआईटीयन रह चुकी हैं और एक बड़ी मल्टीनेशनल कंपनी में भी काम कर चुकी हैं। पिछले वर्ष आयोजित बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षा में भी उन्होंने पूरे बिहार में छठा स्थान प्राप्त किया था और वह महिला अभ्यर्थियों में टॉपर थीं। फिलहाल मोनिका श्रीवास्तव बिहार सरकार में सहायक कर आयुक्त हैं और उन्होंने अपनी नौकरी के साथ-साथ यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी की। इस परीक्षा में उनका 455 वां रैंक आया है।
मोनिका वरिष्ठ पत्रकार कमल किशोर और श्रीराम अम्बष्ट की भगिनी हैं। मोनिका की दो बड़ी बहनें प्रीतिका एवं श्रुतिका और एक भाई वैभव तीनों एमडी डॉक्टर तथा एक छोटा भाई श्वेताभ दिल्ली आईआईटी में अध्ययनरत है। मोनिका की सफलता की सूचना मिलते ही उनके घर पर बधाइयों का तांता लग गया। लोगों ने औरंगाबाद की इस बेटी को उसकी इस कामयाबी पर बहुत बधाइयां दीं। बाद में मोनिका श्रीवास्तव ने कहा कि उन्होंने 2016 में आईआईटी पास कर इंजीनियरिंग की डिग्री ली थी और उसके बाद एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम किया। लेकिन उनकी इच्छा लोक प्रशासन के क्षेत्र में कुछ करने की थी। इसलिए उन्होंने यूपीएससी के साथ-साथ बीपीएससी का भी एग्जाम दिया था। बीपीएससी में उनका परीक्षा परिणाम बहुत बेहतर रहा था और उन्हें छठा स्थान हासिल हुआ था। फिलहाल वे सहायक कर आयुक्त के रूप में नियुक्त हैं। लेकिन उनकी इच्छा यूपीएससी में जाने की थी। इसलिए उन्होंने इस बार यूपीएससी की परीक्षा दी। उन्होंने कहा कि संघ लोक सेवा आयोग से उन्हें सेवा में जो भी दायित्व दिया जाएगा। वह राष्ट्र हित में और जनहित में अपना श्रेष्ठ देने का प्रयास करेगी। लेकिन उनकी इच्छा प्रशासनिक सेवा का हिस्सा बनने की है और वह इसके लिए आगे प्रयास करेंगी।
उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और भाई-बहनों के सहयोग तथा प्रोत्साहन को दिया तथा कहा कि उनके छोटे मामा कमल किशोर ने हमेशा उन पर विश्वास जताया और उन्हें प्रोत्साहित किया। जिसकी वजह से उन्हें यह सफलता हासिल हुई है। उन्होंने कहा कि वह इन प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले परीक्षार्थियों से बस इतना कहना चाहेंगी कि वह सतत प्रयत्नशील रहें। अपनी हिम्मत नहीं हारें और सकारात्मकता के साथ निरंतर अपनी तैयारी में लगे रहें तो सफलता उनके कदम चूमेगी।
अपनी इस कामयाबी के साथ मोनिका ने एक नया रिकार्ड भी बनाया है। वे औरंगाबाद के इतिहास में संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा पास करने वाली तीसरी महिला अभ्यर्थी हैं। इसके पहले रश्मि सिंह और मेघा भारद्वाज ने यह कामयाबी हासिल की है।