मोतिहारी में सच हो सकती है बिल्ली और बंदर की कहानी, दो की लड़ाई में तीसरा मार सकता है बाजी

PATNA: महागठबंधन में पूर्वी चंपारण लोकसभा सीट आरएलएसपी के खाते मे गयी है. इस सीट पर उम्मीदवारी के लिए एक अनार सौ बीमार वाली स्थिति हो गयी है. टिकट को लेकर दूसरे दलों के भी कई बड़े नेता पार्टी सुप्रीमो उपेन्द्र कुशवाहा से लगातार संपर्क बनाए हुए हैं. जानकार बताते हैं कि टिकट की रेस में दो बड़े नामों की चर्चा तो खुलेआम है, लेकिन एक बड़े नेता ने भी टिकट के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है.
आरएलएसपी के टिकट पर मोतिहारी के रण में उतरने के लिए दो नामों की चर्चा सार्वजनिक रूप हो रही है. पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव माधव आनंद के उम्मीदवारी की चर्चा तो पिछले तीन महीनों से है. वे कई महीनों से मोतिहारी में लगातार कैंप भी किए हुए थे. इसी बीच मोतिहारी के पूर्व सांसद और वर्तमान में राज्य सभा सदस्य डा. अखिलेश सिंह के बेटे के नाम की भी चर्चा तेजी से उभरी है. बताया जाता है कि मोतिहारी की लोकसभा टिकट के लिए अखिलेश सिंह ने पूरी ताकत झोंक दी है. हालांकि अभी तक उपेन्द्र कुशवाहा ने मुंह नहीं खोला है. इन दो नामों की चर्चा के बीच मोतिहारी के एक वकील जो राजद से जुड़े हैं उन्होंने भी टिकट को लेकर प्रयास किया. लेकिन जो जानकारी मिली है उसके अनुसार उनकी बात नहीं बनी है.
लेकिन जो सबसे चौंकाने वाली खबर आयी है वो यह है कि पूर्वीचंपारण जिले पर पकड़ रखने वाले एक नेता पार्टी सुप्रीमो उपेन्द्र कुशवाहा के संपर्क में हैं. बताया जाता है कि उनके नाम पर उपेन्द्र कुशवाहा ने करीब-करीब सहमति भी जता दी है. जानकार सूत्र बताते हैं कि बहुत जल्द इसकी घोषणा हो जाएगी. हालांकि उपेन्द्र कुशवाहा ने अभी सार्वजनिक रूप से अपनी चुप्पी नहीं तोड़ी है. संभावना है कि मंगलवार को पार्टी सुप्रीमो उपेन्द्र कुशवाहा बाकी बचे चार सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का एलान करें.
आरएलएसपी सुप्रीमो उपेन्द्र कुशवाहा ने अबतक अपने खाते में मिली 5 सीटों में से चार पर उमीदवारों के नाम की जगह उनकी जाति का एलान कर दिया है. अब सिर्फ नाम का एलान बाकी रह गया है.