डेस्क... बिहार में भी इस साल दलगत आधारित पंचायत चुनाव होने की अटकलें लगाई जा रही है। दलगत आधारित पंचायत चुनाव होने से पार्टी के सिंबल पर चुनाव लड़ा जा सकता है। यानी कांग्रेस, बीजेपी, राजद और जदयू जैसी पार्टी अपने सिंबल पर कैंडिडेट उतार सकती है। हालांकि इस पर अंतिम निर्णय सीएम नीतीश कुमार की अध्यक्षता वाली कैबिनेट में ही लिया जा सकता है। इससे पहले दलगत आधारित एमपी और राजस्थान में पंचायत चुनाव कराए जाते रहे हैं।
बता दें कि जेपी नड्डा के पार्टी अध्यक्ष बनने के साथ ही बीजेपी पीटूपी (पंचायत टू पार्लियामेंट) फॉर्मूला पर काम कर रही है। इसके तहत बीजेपी हर जगह अपना संगठन विस्तार करने में लगी है। वहीं राजस्थान में बीजेपी को मिली जीत के बाद पार्टी और उत्साहित है।
बिहार में होने वाले पंचायत चुनाव को लेकर प्रशासनिक स्तर पर तैयारियों की सुगबुगाहट दिखने लगी है। राज्य निर्वाचन आयोग ने सभी जिले के प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों को पत्र लिखकर चुनाव की संभावित तारीखों को लेकर सुझाव मांगा है। राज्य निर्वाचन आयोग ने दो सप्ताह के अंदर सभी जरूरी जानकारियां देने की हिदायत दी है। उसके बाद पंचायत चुनाव की तारीखों के ऐलान की संभावना है।