तेज प्रताप की शादी में नहीं बुलाये जाने पर सांसद पप्पू यादव को मलाल, कहा- मैं यादव नहीं...

PATNA : मधेपुरा
के सांसद पप्पू यादव को तेज प्रताप की शादी में नहीं बुलाये जाने का बहुत मलाल है।
उन्होंने तेज प्रताप को शादी की मुबारकबाद तो दी लेकिन लालू प्रसाद पर कटाक्ष करने
से नहीं चूके। पप्पू यादव ने कहा, मैं यादव नहीं हूं। मेरी पैदाइश इंसान के रूप में
हुई है। लालू प्रसाद प्रसाद को उसी को निमंत्रण दे सकते हैं जिससे कि उनको कुछ फायदा हो या फिर वह यादव हो। मैं तो रंक हूं। मुझे न्योता देना या नहीं देना लालू
यादव का अपना फैसला है। तेज
प्रताप की शादी में राजनीतिक भेदभाव से ऊपर उठ कर लगभग सभी दलों के नेताओं को
निमंत्रण दिया गया था। यहां तक कि कट्टर विरोधी नीतीश कुमार को भी न्योता दिया गया
था और वे शामिल भी हुए थे। लेकिन सांसद पप्पू यादव को निमंत्रण नहीं दिया था।
पप्पू यादव 2014 में राजद के टिकट पर मधेपुरा से सांसद बने थे। लेकिन बाद में उनका लालू यादव से रिश्ता खराब होने लगा। पप्पू यादव जब लालू प्रसाद के खिलाफ सार्वजनिक रूप से बयान देने लगे तो उन्हें राजद से निलंबित कर दिया। अब वे राजद के निलंबित सांसद हैं। राजद से निलंबित होने के बाद भी पप्पू यादव ने लालू पर हमला जारी रखा। पप्पू यादव खुद को यादवों का बड़ा नेता मानते हैं। वे खुद को लालू प्रसाद का उत्तराधिकारी मानते थे। लेकिन जब लालू ने उन्हें दरकिनार कर दिया तो उन्होंने खिलाफ में मोर्चा खोल दिया। पप्पू यादव की बयानबाजी से लालू और तेजस्वी बहुत खफा रहे हैं। कुछ महीने पहले तेजस्वी यादव ने कहा था कि पप्पू यादव को पार्टी मे वापस लेने का कोई प्रश्न ही नहीं। जो नेता उनकी वापसी के लिए कोशिश करेगा उस पर भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
रघुवंश प्रसाद सिंह ने पप्पू यादव को राजद
में लेने की वकालत की थी। इसके बाद तेजस्वी ने यह बयान दिया था। लालू यादव जब चारा
घोटला मामले में सजायाफ्ता होने के बाद जेल गये थे तो पप्पू ने बयान दिया था कि वे
लालू प्रसाद से मिलने रांची जेल जाएंगे। पप्पू के इस बयान पर भी तेजस्वी बहुत
नाराज हुए थे। उन्होंने कहा था कि सिर्फ प्रचार पाने के लिए यह बयान दिया गया है।
हालांकि पप्पू यादव लालू से मिलने रांची नहीं गये थे। जाहिर है जब रिश्तों में
इतनी कड़वाहट हो तो कोई किसी को कैसे निमंत्रण दे सकता है।