मुंगेर की तत्कालीन एसपी लिपि सिंह की झूठ, सीआईएसएफ की इंटरनल रिपोर्ट से हुआ बड़ा खुलासा

मुंगेर... मुंगेर घटना के बाद चुनाव आयोग की ओर से हटाए गए तत्कालीन एसपी लिपि सिंह के दावे के उलट सीआईएसएफ के इंटरनल रिपोर्ट ने उनकी पोल खोल दी है। मुंगेर में बड़ी देवी की प्रतिमा के विसर्जन जुलूस के दौरान 26 अक्टूबर की रात हुई गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत के बाद से मचे बवाल के बीच बिहार पुलिस के एक मेल से बड़ा खुलासा हुआ है। यह मेल तत्कालीन एसपी के दावे के बिल्कुल उलट है। यानी अब सवाल लेडी सिंघम कही जाने वाली लिपि सिंह के दावे पर उठ खड़ा हुआ है। जिसमें उन्होंने  फायरिंग की बात से इनकार किया था।

बिहार पुलिस की चूक की वजह से बाहर आई मेल की रिपोर्ट के बाद बवाल मच गया है। मेल के मुताबिक सीआईएसएफ की इंटरनल रिपोर्ट में बिल्कुल साफ है कि फायरिंग की शुरुआत मुंगेर पुलिस की तरफ से की गई थी। स्थिति नियंत्रण से बाहर होने के बाद सीआईएसएफ के जवानों ने इंसास राइफल से 13 राउंड फायरिंग की थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि सीआईएसएफ के जवानों ने 13 राउंड हवाई फायरिंग की थी। घटना से बवाल मचने के बाद सीआईएसएफ पटना ईस्ट रेंज के डीआइजी ने इंटरनल रिपोर्ट 27 अक्टूबर को ईस्ट जोन के आईजी और दिल्ली स्थित मुख्यालय को भेजी थी।

इंटरनल रिपोर्ट कर मुताबिक बिगड़ती स्थिति को नियंत्रित करने के लिए लोकल पुलिस के हवाई फायरिंग करने के बाद श्रद्धालु उग्र हो गए और पथराव तेज कर दिया गया। सीआईएसएफ के हेड कांस्टेबल एम गंगैया ने इंसास राइफल से 13 गोलियां हवा में फायर की। भीड़ तितर-बितर हुई और जवान अपने-अपने कैंप में सुरक्षित लौटे।

गौरतलब है कि विसर्जन के दौरान पुलिस फायरिंग में मारे गए युवक के बाद लोगों ने उग्र प्रदर्शन किया है। थाने पर पथराव करने के बाद बाहर खड़ी गाड़ियों को भी फूंक दिया गया।