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एससी-एसटी प्रताड़ना के मामले में फंस सकते हैं नवादा के एसपी, इस मामले को लेकर राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने मांगी है पूरी रिपोर्ट

एससी-एसटी प्रताड़ना के मामले में फंस सकते हैं नवादा के एसपी, इस मामले को लेकर राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने मांगी है पूरी रिपोर्ट

PATNA : नवादा एसपी द्वारा केस में सही तरीके के कार्रवाई नहीं करने को लेकर पांच पुलिसकर्मियों को हाजत में बंद करने को लेकर अब राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने भी संज्ञान में ले लिया है। मामले में आयोग ने राज्य सरकार से इस मामले में अब तक हुई कार्रवाई को लेकर जानकारी मांगी है। जिसके लिए बिहार सरकार को तीन सप्ताह की मोहलत दी गई है।

बता दें कि नवादा के टाउन थाना में पोस्टेड पुलिसकर्मियों को वहीं के हाजत में बन्द किए जाने की घटना को आज पूरे 25 दिन हो गए हैं। इस मामले में अब तक न तो किसी प्रकार की ठोस जांच हुई और न ही कोई कार्रवाई की गई है। इस प्रकरण में गंभीर आरोप नवादा के SP डॉ गौरव मंगला पर लगा है। जांच और FIR दर्ज करवाने की कार्रवाई इन्हीं के खिलाफ होनी थी। पर अब तक कुछ नहीं हुआ। पुलिस मुख्यालय ने भी इस मामले में पूरी तरह से चुप्पी साध रखी है। बार-बार सवाल पूछे जाने के बाद भी ADG मुख्यालय जवाब नहीं दे पाते हैं।

बिहार गृह विभाग को लिखा था लेटर

26 सितंबर को राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने इस इस मामले में गृह विभाग को लेटर लिखा था। अब इसी का हवाला देते हुए गृह विभाग ने राज्य के DGP को एक लेटर लिखा है। जिसे विभाग के विशेष सचिव विकास वैभव ने लिखा है। 29 सितंबर को DGP को लिखे गए लेटर में उन्होंने कहा है कि इस प्रकरण में की गई कार्रवाई के बारे से सीधे राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग को अवगत कराएं। साथ ही उसकी एक कॉपी गृह विभाग को भी दें। इसके लिए 21 दिन का समय दिया गया है।

क्यों हुई अनुसूचित जाति आयोग की इंट्री

जिस वक्त थाना के हाजत में 5 पुलिसकर्मियों को बन्द किया गया था, उस दरम्यान वो वर्दी में थे। इनमें से दो SC-ST और एक आदिवासी हैं। ऐसे में मामला सामने के बाद राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने इसे गंभीर मामला मानते हुए कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी है।

जांच के आदेश देनेवाले एडीजी का विभाग बदला

जिस समय यह मामला सामने आया, उस समय बिहार पुलिस एसोसिएशन की तरफ से इस मामले की शिकायत उस वक्त के ADG कमजोर वर्ग व सीनियर IPS अधिकारी अनिल किशोर यादव से की गई थी। तब 14 सितंबर को उन्होंने आदेश जारी कर गया के IG को पूरे मामले की जांच कर 7 दिनों के अंदर रिपोर्ट देने को कहा था। साथ ही नवादा के ही SC-ST थाना में FIR दर्ज करने का भी आदेश दिया था। पर न तो आज तक कोई जांच हुई। न कोई रिपोर्ट आई। कोई कार्रवाई भी नहीं हुई। पर हां, इस आदेश को जारी करने वाले ADG अनिल किशोर यादव का विभाग जरूर बदल दिया गया। जबकि, जिस SP पर गंभीर आरोप लगे वो आज भी अपनी जगह पर बरकरार हैं।





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