पांचवें चरण के चुनाव में बिहार की पांच सीटों पर एनडीए बनाम इंडी गठबंधन, दांव पर रोहिंणी-रूढ़ी- चिराग की प्रतिष्ठा
पटना- बिहार में शेष तीन चरणों के चुनाव में 21 लोकसभा सीटों पर वोटिंग होनी है. इन सभी सीटों पर वर्तमान में एनडीए का कब्जा है. हालांकि, विधानसभा सीटों के हिसाब से एनडीए और इंडी गठबंधन दोनों ही आमने-सामने हैं. पांचवें चरण में 20 मई को सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, सारण और हाजीपुर लोकसभा सीटों पर चुनाव होंगे. बिहार में लोकसभा चुनाव 2024 के पांचवें चरण का मतदान 20 मई को सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक होगा. बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से पहले, दूसरे, तीसरे और चौथे चरण में कुल 19 लोकसभा क्षेत्रों पर मतदान हो चुका है. वहीं अब पांचवे चरण में बिहार के 5 सीटों पर चुनाव होना है.
पांचवें चरण का चुनाव काफी अहम माना जा रहा है क्योंकि बिहार के मशहूर और दिग्गज नेता चुनाव मैदान में हैं. इस चरण में इंडी गठबंधन और एनडीए गठबंधन दोनों की प्रतिष्ठा दांव पर है. राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की लाडली बेटी रोहिणी आचार्य के भाग्य का फैसला भी इसी चरण में होना है. लालू की लाडली बेटी रोहिणी आचार्य को बीजेपी के वरिष्ठ नेता और लगातार तीन बार सांसद रह चुके और लालू प्रसाद यादव को हराने वाले राजीव प्रताप रूढ़ी से टक्कर मिल रही है.इस चरण में लोक जनशक्ति पार्टी 'रामविलास' सुप्रीमो चिराग पासवान की किस्मत का फैसला जनता करेगी.
दूसरी बार मधुबनी लोकसभा सीट से हुकुमदेव नारायण के बेटे अशोक यादव अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.तो वहीं सीतामढ़ी देवेश चंद्र ठाकुर चुनावी मैदान में ताल ठोंक रहे हैं. पिछले चुनाव में यहां से जदयू के सुनील कुमार पिंटू ने राजद के अर्जुन राय को चुनाव हराया था. इसी तरह, मधुबनी में भाजपा के अशोक यादव ने विकासशील इंसान पार्टी के बद्री पूर्वे को पराजित किया था. इस चुनाव में अशोक यादव का मुकाबला अली अशरफ फातमी से है.
मुजफ्फरपुर में भाजपा के अजय निषाद ने विकासशील इंसान पार्टी के राजभूषण चौधरी को पराजित कर विजय प्राप्त की थी. इस चुनाव में दोनों एक बार फिर आमने-सामने हैं. हालांकि, दोनों ने दल-बदल लिए हैं। अजय निषाद कांग्रेस के टिकट पर चुनावी मैदान में उतरे हैं. जबकि, राजभूषण भाजपा की ओर से ताल ठोंक रहे हैं.
80 उम्मीदवारों में से 6 महिला उम्मीदवार हैं, जबकि 74 पुरुष उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें से 35 उम्मीदवार निर्दलीय हैं, जबकि 15 उम्मीदवार बड़ी पार्टियों से मैदान में हैं. जहां सबसे ज्यादा 26 उम्मीदवार मुजफ्फरपुर में मैदान में हैं. वहीं सबसे कम 12 उम्मीदवार मधुबनी में हैं, इसके अलावा सीतामढी, सारण और हाजीपुर में 14 उम्मीदवार हैं.