PATNA : हरियाणा में विपक्षी एकजुटता के लेकर ओमप्रकाश चौटाला और नीतीश कुमार की रैली पूरी तरह से फ्लॉप शो साबित हुआ है। इसमें विपक्ष में बड़ा चेहरा के रूप में सिर्फ नीतीश कुमार ही शामिल हुए। ज्यादातर बड़े राज्यों ने इस रैली से किनारा कर लिया है। यह कहना है बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी का।
राज्यसभा सदस्य सुशील मोदी ने कहा कि देवीलाल की जयंती के बहाने विपक्षी एकता के लिए हरियाणा में आयोजित ओमप्रकाश चौटाला की रैली फ्लाप शो साबित हुई। इसमेंविपक्ष शासित दर्जन भर राज्यों में से नीतीश कुमार के अलावा कोई मुख्यमंत्री शामिल नहीं हुआ। जिन 17 प्रमुख नेताओं को न्योता दिया गया, उनमें से केवल पांच पहुंचे। मोदी ने कहा कि दक्षिणी राज्यों के मुख्यमंत्रियों में केसीआर, विजयन, एमके स्टालिन तो दूर, उत्तरी राज्यों के केजरीवाल, अशोक गहलोत, ममता बनर्जी ने भी चौटाला से दूरी बनाए रखी।
अखिलेश, मायावती ने भी बनाई दूरी
सुशील मोदी ने कहा कि पड़ोसी राज्य यूपी से अखिलेश यादव, मायावती ने भी चौटाला के मंच पर जाना ठीक नहीं समझा। उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस खुद डूब रही हो, तब सोनिया गांधी से नीतीश कुमार और लालू प्रसाद की भेंट से कुछ बनने-बिगड़ने वाला नहीं। यहां तक कि पटना में केसीआर से मिलने और दिल्ली में आधा दर्जन नेताओं से नीतीश कुमार की ताजा मुलाकात कोई काम न आयी। वे अपने मिशन में फिर फेल हुए।
खुद दस साल की सजाएफ्ता हैं चौटाला, जमानत पर हुए रिहा
मोदी ने कहा कि सम्मान रैली के आयोजक ओम प्रकाश चौटाला को शिक्षक भर्ती घोटाले में 10 साल की सजा हुई। वे जमानत पर हैं और आय से अधिक संपत्ति के मामले में फिर जेल जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि जेल और बेल के बीच झूलते नेता प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता को कोई चुनौती नहीं दे पाएंगे।