MUNGER : मुंगेर पुलिस एके 47 मामले में अबतक 30 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। जैसे-जैसे गिरफ्तारी हो रही है वैसे-वैसे पूरे मामले पर से पर्दा उठते जा रहा है। एके 47 की तस्करी में मुंगेर से जबलपुर और फिर म्यांमार तक की कहानी सामने आयी है। कैसे हथियार के तस्करों ने पूरा नेटवर्क बना रखा था, इसका खुलासा हुआ है। मुंगेर के एसपी बाबू राम ने बताया कि पुलिस को हर रोज इस मामले में नयी सफलता मिल रही है।
अबतक 21 एके 47 की बरामदगी
खगड़िया व मुंगेर के दियारा इलाके में दो दिनों से लगातार चल रही छापेमारी के दौरान एक एके 47, 80 जिन्दा कारतूस और पांच खोखा बरामद किया गया है। साथ ही इस मामले में बिहार पुलिस के जवान धर्मवीर के साथ दो अन्य लोग नारद यादव और वेदानन्द यादव को भी गिरफ्तार किया गया है। ये सभी आपस में रिश्तेदार बताए जा रहे हैं। बता दें कि अब तक मुंगेर पुलिस ने 21 एके 47 और उसके कई पार्ट्स की बरामदगी कर चुकी है।
भदेही यादव को तलाश रही पुलिस
एसपी बाबू राम ने बताया कि पूर्व में गिरफ्तार शमशेर ने पूछताछ में बताया था कि चार लाख में एक एके 47 रिजवान को बेचा था। उसके बाद जब रिजवान को गिरफ्तार कर पूछताछ की गयी तो उसने बताया कि उसने शमशेर से खरीदी गयी एके 47 को खगड़िया जिला के महेशखूंट थाना क्षेत्र के मदारपुर गांव के रहनेवाले भदेही यादव को साढ़े चार लाख रुपया में बेच दिया था।
रिजवान एके 47 की डील में लेता था कमीशन
एसपी ने कहा कि चार साल पहले भदेही यादव ने एके 47 खरीदने के लिए अपने भतीजे धर्मवीर यादव और गुलो यादव को नारद यादव के पास भेजा। नारद यादव उनसब को लेकर अपने ग्रामीण वेदानन्द यादव के साथ बरदह निवासी रिजवान से मुलाकात करायी। इसके बाद ही रिजवान ने शमशेर से संपर्क कर साढ़े चार लाख रुपये में एक एके 47 दिलवाने की डील करवाई। इस डील की एवज में बतौर कमीशन 50 हजार रुपये मो रिजवान ने ली।
रिजवान और भदेही यादव के कनेक्शन को खंगाल रही पुलिस
एसपी ने बताया कि एके 47 की डील के बाद गुलो यादव और धर्मवीर ने रिजवान को अपने साथ मदारपुर गांव ले गये, जहां उसकी मुलाकात भदेही यादव से करवाई। अब पुलिस इस पूरे मामले में भदेही यादव की गिरफ्तारी के लिए उसके संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। पुलिस का मानना है कि भदेही यादव की गिरफ्तारी के बाद इस मामले में और कुछ नया पता चलेगा।
एके 47 मामले में अबतक 30 गिरफ्तारी
आपको बता दें कि एके 47 के मामले में अबतक कुल 30 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। हालांकि 25 लोग अब भी फरार हैं। जिले के मुफस्सिल व जमालपुर थाना में सात मामले दर्ज किए गये जिसमें एक मामले की जांच एएनआई कर रही है।