MUNGER : मुंगेर एके 47 मामले में हर रोज नया खुलासा हो रहा है। स्थानीय पुलिस के साथ ही पूरे मामले की जांच एनआईए कर रही है। मुंगेर के एसपी बाबू राम ने बताया कि एके 47 मामले में जबलपुर जेल में बंद पुरुषोत्तम लाल रजक और सुरेश ठाकुर, शिवेंद्र रजक और चंद्रावती देवी को रिमांड पर लिया गया है। सभी को पूछताछ के लिए जबलपुर से मुंगेर लाया गया है। पुलिस को उम्मीद है कि इन लोगों से पूछताछ में एके 47 से जुड़े कई अहम राज़ खुलेंगे। इन सभी को जबलपुर से गिरफ्तार किया गया था।
मुंगेर से म्यांमार तक
एके 47 मामले का तार अब देश से निकलकर म्यांमार तक जा पहुंचा है। आर्म्स सप्लायर दीपू ने जो खुलासा किया है, वो चौंकानेवाला है। साल 2007 से ही एके 47, एके 56, ग्लॉक और ब्रेटा पिस्टल का कारोबार चल रहा था। दीपू साह ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि हथियारों की सप्लाई टीपीसी नक्सली संगठन को भी की जाती थी। बता दें कि दीपू दस साल की सजा काट कर जेल से छूटा था और फिर एक बार एके 47 मामले में पकड़ा गया है।
बता दें कि मुंगेर पुलिस ने मो. मंजर आलम उर्फ मंजी खां से पूछताछ के आधार पर हवेली खड़गपुर प्रखंड के मुढ़ेरी पंचायत के मुखिया कुंदन मंडल एवं गया जिले के बेलागंज थाना क्षेत्र के वंशीविगहा के रहनेवाले दीपू साह को हिरासत में लिया और जब पूछताछ की तो दोनों तस्करों ने म्यांमार से मुंगेर तक के हथियारों के सफर का राज़ खोला।
क्या है पूरा मामला
मध्य प्रदेश के जबलपुर की ऑर्डिनेंस फैक्ट्री से पिछले कुछ सालों में 50 से ज्यादा एके 47 गायब हुए और इनमें अधिकांश हथियार बिहार पहुंचाए गये। इस बात का खुलासा तब हुआ था, जब पुलिस ने 29 अगस्त को मुंगेर के जमालपुर से इमरान नामक एक शख्स को गिरफ्तार किया था।
मुंगेर के एसपी बाबू राम के मुताबिक, इमरान से हुई पूछताछ में ये पता चला था कि उसके पास जबलपुर के एक शख्स ने जमालपुर आकर तीन एके 47 उपलब्ध कराए थे। उन्होंने बताया कि इसके बाद अब तक मुंगेर के विभिन्न क्षेत्रों से 20 एके 47 बरामद किया जा चुका है और अब तक 10 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है जिसमें कई महिलाएं भी हैं। गिरफ्तार लोगों में सेना का एक लांस नायक भी शामिल है।
एनआईए के रडार पर हैं 26 लोग
मुंगेर आयी एनआईए की टीम एके 47 की जांच में लग गयी है। बताया जा रहा है कि एनआईए जिस एक केस को अपने जिम्मे लेकर जांच शुरू की है वह काफी महत्वपूर्ण है। इस केस में हथियार तस्करी से जुड़े 26 लोगों के नाम हैं। इसमें कई तस्करों की गिरफ्तारी हो चुकी है। एनआईए गिरफ्तार तस्करों को रिमांड पर लेकर पूछताछ कर सकती है।