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नए संसद में बना नया इतिहास, पीएम मोदी ने कहा- ओम बिरला की मुस्कान सदन को रखेगी खुश, विपक्ष को दी बड़ी सलाह

नए संसद में बना नया इतिहास, पीएम मोदी ने कहा- ओम बिरला की मुस्कान सदन को रखेगी खुश, विपक्ष को दी बड़ी सलाह

DESK: लोकसभा चुनाव के स्पीकर ओम बिरला बने हैं। भारत के इतिहास में पहली बार लोकसभा स्पीकर का चुनाव हुआ। वहीं इस चुनाव में ओम बिरला के सामने कांग्रेस के के. सुरेश के बीच मुकाबला हुआ। इस चुनाव में भारी मत से ओम बिरला को स्पीकर चुना गया है। ओम बिरला दूसरी बार लोकसभा चुनाव के अध्यक्ष बने हैं। बता दें कि, ओम बिरला ध्वनि मत से स्पीकर चुने गए हैं। दरअसल, विपक्ष ने वोटिंग का प्रस्ताव नहीं रखा, जिसके बाद ध्वनि मत से ओम बिरला को अध्यक्ष चुना गया। ओम बिरला ने राहुल गांधी का भी अभिवादन किया है।

पीएम मोदी ने कहा कि ओम बिरला की मुस्कान सदन को भी खुश रखेगी। उन्होंने कहा कि सरकार ने लगातार तीसरी बार कार्यकाल शुरू किया है और ओम बिरला को लगातार दूसरी बार सदन के नेतृत्व करने का मौका मिल रहा है। पिछले 20 सालों का इतिहास ऐसा रहा है कि ज्यादातर स्पीकर ज्यादा समय तक स्पीकर नहीं रह पाते। या तो वो चुनाव नहीं जीत पाते या स्पीकर नहीं रह पाते। लेकिन, आपने न सिर्फ चुनाव जीता है बल्कि एक बार फिर स्पीकर पद पर आसीन हुए हैं।

पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि ओम बिरला ने इतिहास रच लिया है। 17वीं लोकसभा के दौरान ओम बिरला के नेतृत्व में कई अहम फैसले लिए गए। मुझे आशा है कि इस लोकसभा में भी आपके नेतृत्व में कई ऐतिहासिक फैसले लिए जाएंगे। मैं आशा करता हूं आपके नेतृत्व में सरकार अमृतकाल के लिए पूरी जिम्मेदारी से निभाएगा। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "हम सबको विश्वास है कि आने वाले 5 साल आप हम सबका मार्गदर्शन करेंगे। हमारे शास्त्रों में कहा गया है कि विनम्र और व्यवहार कुशल व्यक्ति सफल सदृश होता है। दूसरी बार स्पीकर का कार्यभार मिलना, नए-नए रिकॉर्ड बनते देख रहे हैं। बलराम जाखड़ जी को पांच साल का कार्यकाल पूर्ण करने के बाद स्पीकर का दायित्व फिर से मिला था। इनके बाद आप हैं जिसे ये अवसर मिला है। आप जीतकर के आए हैं।''

उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि सदन में आचरण बनाए रखना जरूरी है। आपने पिछले कार्यकाल में सदन की गरिमा को बनाए रखा। मैं जानता हूं कि आपको कई बार कठोर निर्णय भी लेने पड़े लेकिन, आपने अपने कार्य को पूरी जिम्मेदारी से निभाया। मैं आशा करता हूं कि आप आगे भी सदन की गरिमा को बनाए रखने वाले कार्य करते रहेंगे।

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