GAYA- गया में रेप की घटना पर सियासी रोटी सेंकने के लिए बेकरार
राजद नेता तेजस्वी यादव के दूतों ने रेप पीड़ित नाबालिग लड़की की इज्जत तार-तार कर
दी। पटना से खास तौर पर भेजे गये राजद नेताओं ने मेडिकल जांच के लिए ले जायी जा
रही लड़की को पुलिस जीप से खींच कर निकाला। पीड़िता को सैकड़ों लोगों की भीड़ में
खड़ा कर जबरदस्ती रेप की कहानी सुनाने के लिए मजबूर किया गया। पीड़ित लड़की
गिड़गिड़ाती रही लेकिन वोट की लालच में शैतान बन गये RJD नेताओं पर कोई
असर नहीं पड़ा। लड़की के परिजन नेताओं को रोकने आये तो उन्हें धक्के देकर हटा दिया
गया। राजद नेताओं की हैवानियत का नया वीडियो सामने आ गया है, जिसने सियासत को
शर्मसार कर दिया है।
वोट के लिए हैवान बन गये RJD नेता
गया के गुरारू में बुधवार की रात एक महिला और उसकी नाबालिग
बेटी के साथ रेप की घटना हुई थी। पुलिस आज पीड़ित नाबालिग लड़की को मेडिकल जांच के
लिए अस्पताल ले जा रही थी। पुलिस की जीप पीड़िता के घऱ से कुछ दूर आगे बढ़ी होगी
कि RJD नेताओं का जत्था वहां पहुंच गया। उन्हें तेजस्वी यादव ने
खास तौर पर भेजा था। न्यूज फॉर नेशन के पास मौजूद वीडियो में साफ साफ दिख रहा है
कि राजद समर्थकों ने पुलिस जीप को घेर लिया और नारेबाजी करने लगे। इसके बाद राजद
नेताओं ने पीड़िता को पुलिस जीप से नीचे उतार लिया। पुलिस उन्हें रोकने की कोशिश
करती रही लेकिन वे नहीं रूके।
सैकड़ो लोगों के बीच नाबालिग लड़की से कहा-रेप की कहानी
सुनाओ
RJD नेताओं ने नाबालिग लड़की को सैकड़ों लोगों के बीच में खड़ा
कर दिया। वहां उससे कहा गया कि वो रेप की
कहानी सुनाये। RJD नेताओं ने मोबाइल का कैमरा खोल लिया ताकि उसका वीडियो भी
बनाया जा सके।
<iframe width="100%" height="auto" src="https://www.youtube.com/embed/-T-NbAGBTjU" frameborder="0" allow="autoplay; encrypted-media" allowfullscreen></iframe>
पीड़िता गिड़गिड़ाती रही, परिजनों को धक्के
मार कर हटाया
दरिंदगी का शिकार बन चुकी पीड़ित लड़की RJD के नेताओं के
सामने गिड़गड़ाती रही लेकिन सियासत की भूख शैतान बन कर उनके सिर पर सवार हो चुकी
है। राजद नेता पीड़ित लड़की की गुहार सुनने को तैयार नहीं थे। लड़की के परिजनों ने
रोकना चाहा तो उन्हें भी धक्के देकर हटा दिया गया। RJD नेताओं की इस टीम
में सुरेंद्र यादव जैसे नेता शामिल थे, जिन पर दर्जनों
संगीन मामले दर्ज हो चुके हैं। सुरेंद्र यादव जैसे बाहुबलियों के सामने प्रतिरोध
करने की हिम्मत जुटा पाना भी आम आदमी के वश की बात नहीं थी।