बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

PATNA में फिर सक्रिय हुई NIA, फुलवारी सहित देश के कई जगहों पर PFI से जु़ड़े तार की तलाश में छापेमारी

PATNA में फिर सक्रिय हुई NIA, फुलवारी सहित देश के कई जगहों पर PFI से जु़ड़े तार की तलाश में छापेमारी

PATNA : पटना में पीएफआई से जुड़े मामलों को लेकर एनआईए एक बार फिर सक्रिय हो गई है। मंगलवार को एनआईए ने फुलवारी शरीफ में छापेमारी की है। बताया जा रहा है कि जांच एजेंसी यहा मरगूब दानिश नाम के युवक के ठिकाने पर कार्रवाई करने पहुंची है। दानिश का कनेक्शन प्रतिबंधित संगठन पीएफआई से जुड़ा है। साथ ही वह व्हाट्सअप ग्रुप गजवा-ए-हिंद से भी जुड़ा रहा है। दानिश को गजवा-ए-हिंद का एडमिन बताया गया है।

मिली जानकारी के अनुसार, फुलवारी शरीफ में मंगलवार की सुबह एनआइए की टीम ने 6:30 बजे तीन स्थानों पर छापेमारी की है। जिन लोगों के खिलाफ छापेमारी हो रही है, उनमें मरगूब दानिश भी शामिल है। मरगूब पहले ही इस मामले में गिरफ्तार होकर जेल जा चुका है। एनआइए की टीम उसके घर छापामारी कर तलाशी अभियान चला रही है। 

दानिश के घर टीम ने 4 घंटे तक छापेमारी की। एनआईए की टीम ने गजवा-ए-हिंद के आरोपी मरगूब दानिश के घर से कई कागजातों को जब्त किया है। टीम सीलबंद लिफाफे में इसे लेकर रवाना हुई है। छापे के दौरान टीम ने दानिश के परिवार को दूर ही रखा। 

इस्‍लामिक राष्‍ट्र बनाने की थी तैयारी 

आरोप है कि पीएफआइ के बैनर तले भारत को इस्‍लामिक राष्‍ट्र बनाने की साजिश रची गई थी। इसके लिए बकायदा टाइमलाइन भी तय कर ली गई थी। एनआइए इस मामले में लगातार ही दबिश बढ़ा रही है।  

भारत में दहशतगर्दी के लिए गजवा-ए-हिन्द का मॉडल तैयार किया गया था। इसकी कमांड पाकिस्तान के हाथ में थी। यह खुलासा शुक्रवार को फुलवारी शरीफ से मरगूव अहमद दानिश नामक एक आरोपी की गिरफ्तारी के बाद हुआ। पुलिस ने PM नरेंद्र मोदी के पटना आगमन से एक दिन पहले 11 जुलाई को इस आतंकी नेटवर्क का खुलासा किया था। PM भी इनके निशाने पर थे। अब तक गिरफ्तार आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस और गिरफ्तारियां कर रही है। इसी सिलसिले में कल दानिश को पकड़ा गया था।

पटना पुलिस को दानिश के स्मार्टफोन से कई बेहद संवेदनशील जानकारियां मिली हैं। पुलिस के मुताबिक, दानिश ही गजवा-ए-हिन्द मॉडल को ऑपरेट कर रहा था। हैरानी की बात तो यह है कि यह मॉडल बिहार में 2016 से काम कर रहा था, लेकिन भारतीय खुफिया एजेंसियों को इसकी भनक तक नहीं लगी।



Suggested News