नीतीश सरकार ने CBI को ट्रांसफऱ किया हाईप्रोफाइल केस, दिया यह अधिकार...

पटनाः बिहार सरकार ने NEET UG पेपर लीक मामले की जांच CBI को सौंप दी है. अब तक यह केस EOU देख रही थी. गृह मंत्रालय ने नीट पेपर लीक केस की जांच करने को लेकर सीबीआई को अधिकार दे दिया है. इस संबंध में गृह विभाग की तरफ से अधिसूचना जारी कर दी गई है. इधर, दिल्ली सीबीआई की दो सदस्यीय टीम भी पटना पहुंची है.
नीतीश सरकार ने सीबीआई को दिया केस
गृह विभाग की अधिसूचना में कहा गया है कि राजधानी के शाष्त्रीनगर थाने में 5 जून 2024 को दर्ज केस संख्या- 558 को सीबीआई को सुपूर्द किया जाता है. अधिसूचना में कहा गया है कि नीट परीक्षा पेपर लीक मामले में धारा 407, 408,409 और 120 बी के तहत केस दर्ज की गई थी. अब इस केस की जांच व अन्य कार्रवाई के लिए दिल्ली विशेष पुलिस स्थापना के सदस्यों को समूचे बिहार में अपनी शक्ति के प्रयोग की हम सहमति देते हैं. गृह विभाग के सचिव प्रणव कुमार की तरफ से यह अधिसूचना जारी की गई है. इस तरह से नीट परीक्षा पेपर लीक केस की जांच का संपूर्ण जिम्मा अब सीबीआई के पास हो गया है. बिहार सरकार ने डीजीपी को कहा है कि इस केस सं जुड़े तमाम कागजात सीबीआई को सौंप दें.
CBI जांच शुरू करने से पहले नीट यूजी पेपर लीक मामले में बिहार की EOU ने जांच की और जानकारी साझा की. EOU ने कहा है कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) की ओर से पेपर के स्टोरेज, ट्रांसपोर्टेशन और हैंडओवर के बारे में दिए गए डिटेल से पता चलता है कि इस सिस्टम में खामियां हैं. जांच में संजीव मुखिया गिरोह की संलिप्तता का पता चला है. मुखिया नालंदा का निवासी है. जांच से यह भी पता चलता है कि लीक हुए पेपर को हल करके आरोपी बलदेव उर्फ चिंटू को भेजा गया था, जिसने फिर उसे प्रिंट करके लर्न बॉयज प्ले स्कूल में छात्रों को दिया. चिंटू संजीव मुखिया के गिरोह का सदस्य है. पेपर कोड का मिलान झारखंड के हजारीबाग स्थित एक केंद्र से किया गया है.