नीतीश कुमार ने किया है निंदनीय और शर्मनाक काम, पटना पहुंचे चिराग पासवान सीएम पर खूब बरसे

PATNA: बीजेपी के ओर से बीते 13 जुलाई को विधानसभा मार्च किया गया था। इस दौरान कार्यकर्ताओं पर हुए लाठीचार्ज से बिहार का सियासी पारा हाई हो गया है। वहीं इस मामले में अब चिराग पासवान का बयान सामने आया है। उन्होंने इस घटना को शर्मनाक और निंदनीय बताते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव पर जमकर निशाना साधा है। दरअसल, शनिवार को चिराग पटना पहुंचे। जहां मीडियाकर्मियों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि, बीजेपी नेताओं पर बर्बरतापूर्ण हुई लाठीचार्ज से ज्यादा शर्मनाक और निंदनीय और कुछ नहीं हो सकता है। जिस राज्य के मुख्यमंत्री राज्य के सरकार अपने अधिकारों को आप की नीतियों से सहमत होने वाले हर व्यक्ति पर लाठी चलाने का काम करते हैं और उससे एक व्यक्ति की जान चली जाए यह कहां का न्याय है। जो लोग बार-बार कहते हैं लोकतंत्र की हत्या लोकतंत्र की हत्या यह लोकतंत्र की हत्या नहीं है क्या ?
चिराग ने कहा कि, सही मायनों में लोकतंत्र की खूबसूरती वहां होती है। जहां पर सत्ता पक्ष के सामने विपक्षी अपनी बातों को मजबूती से रख सके। यह कैसा लोकतंत्र है जहां पर आप के खिलाफ आवाज उठाया जाए भले ही शिक्षकों की हो, छात्रों की हो, किसानों की हो, किसान सलाहकारों की हर उस आवाज को दबाने का काम करेंगे। इससे ज्यादा निंदनीय शर्मनाक किसी भी राज्य की और कुछ नहीं हो सकता है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जिम्मेदारी लेनी होगी वह प्रदेश के गृह मंत्री भी है। उन्हें जवाबदेही तय करनी होगी। जिस तरीके से भाजपा के कार्यकर्ता की लाठीचार्ज में हत्या की गई। इस बात की जिम्मेदारी बोले और जो भी दोषी हैं उन पर सख्त कार्रवाई हो।
वहीं ललन सिंह के बयान को लेकर चिराग पासवान ने कहा कि, आप कितना बोलेंगे हद है इस तरीके इतनी बड़ी घटना हो जाती है एक व्यक्ति की मौत हो जाती है और मुख्यमंत्री को कोई फर्क पड़ता है। आज तक किसी परिवार से जाकर मुख्यमंत्री ने मिलना जरूरी नहीं समझा है। लेकिन उस परिवार का क्या जिसने अपने सदस्य को खोया है। जिस परिवार ने इस बात को बताया कि कैसे सुबह हो तैयार होकर इस कार्यक्रम के लिए निकले और शाम को उस व्यक्ति की जगह उसकी लाश परिवार में आती है। ऐसे में इस तरीके के बयान देना ठीक है क्या? राजनीति करते करते आप इतने ज्यादा राजनीति में उलझ जाएंगे।
राजद के बयान पर चिराग ने कहा उनके बारे में क्या बोला जाय कुछ दिन पहले जब इनके विधायकों को मार्शल के द्वारा पकड़कर बाहर ले जा रहा था। तो मुख्यमंत्री को तानाशाह कह रहे थे जब उनके साथ हैं तो उनके स्वर बदल जाते हैं। राजनीति में सत्ता में रहते हुए बातें अलग होती मुख्यमंत्री को जिम्मेदारी लेनी चाहिए। मैं इस्तीफा नही मांगता हूं। इनको जनता ने रिजेक्ट कर दिया है। मुख्यमंत्री तो खुद दूसरों की कृपा पर बनते हैं। आगे बनते हैं या नहीं यह तो आने वाले चुनाव में ही पता चलेगा। उन्होंने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह का पत्र प्राप्त हुआ है 18 तारीख को होने वाली बैठक में लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास को एक अहम सहयोगी के तौर पर आमंत्रित किया है। पार्टी कार्यकर्तों के साथ बैठक कर इस पर निर्णय लेंगे।