अरविंद केजरीवाल के फैसले से नीतीश कुमार की पहल को लगा बड़ा झटका, INDIA में टूट के संकेत

DESK. एक ओर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल पर देश के विपक्षी दलों ने इंडिया नाम का गठबंधन बना लिया है तो दूसरी ओर इंडिया के घटक दलों में खटपट की खबरें एक बार फिर से उजागर हुई है. छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनावों की तारीखो का जल्द ही चुनाव आयोग ऐलान कर सकता है। इसी बीच राजनीतिक पार्टियां अपने प्रत्याशियों सूची जारी कर रही हैं। आम आदमी पार्टी ने इसी क्रम में छत्तसीगढ़ चुनाव के लिए अपने कैंडिडेट्स की दूसरी लिस्ट जारी की है। इस सूची में 12 उम्मीदवारों के नाम हैं। छत्तीसगढ़ में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पार्टी का उम्मीदवार उतरना एक तरह से कांग्रेस के लिए बड़ी चिंता का कारण हो सकता है. इससे इंडिया की सेहत पर भी असर पड़ेगा क्योंकि कांग्रेस नहीं चाहती कि उसके गढ़ छत्तीसगढ़ में आप की एंट्री हो.
दरअसल, आम आदमी पार्टी ने सोमवार शाम को छत्तसीगढ़ चुनाव के लिए अपने कैंडिडेट्स की दूसरी लिस्ट जारी की है। इस सूची में 12 उम्मीदवारों के नाम हैं। साथ ही पार्टी ने ट्वीट कर कहा, छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए हमारे उम्मीदवारों की दूसरी सूची आ गई है। सभी उम्मीदवारों को शुभकामनाएं, इस बार यहां पर झाड़ू चलेगा, तो सब साफ हो जाएगा। आप ने अब तक 22 प्रत्यशियों के नाम किए जारी हैं. इसमें 1. दंतेवाड़ा-बालू राम भवानी, 2. नारायणपुर-नरेंद्र कुमार नाग, 3. अकलतरा- आनंद प्रकाश मिरी, 4. भानु प्रतापपुर – कोमल हुपेंडी, 5. कोरबा-विशाल केलकर, 6. राजिम-तेजराम विद्रोही, 7. पत्थलगांव- राजा राम लकड़ा, 8. कवर्धा- खड़गराज सिंह, 9. भटगांव-सुरेंद्र गुप्ता, 10.कुनकुरी – लेओस मिंज, 11. प्रतापपुर- राजा राम श्याम, 12. सारंगढ़- देव प्रशाद कोशले, 13. खरसिया-विजय जयसवाल, 14. कोटा-पंकज जेम्स, 15. बिल्हा-जसबीर सिंह, 16. बिलासपुर- डॉ. उज्ज्वला कराड़े, 17. मस्तूरी- धरम दास भार्गव, 18. रायपुर ग्रामीण-तरूण वैध, 19. रायपुर पश्चिम – नंदन सिंह, 20. अंतागढ़-संतराम सलाम, 21. केशकाल – जुगलकिशोर बोध और 22. चित्रकोट – बोमाडा राम मंडावी के नाम शामिल हैं.
आप की नजर साल 2023 में पांच प्रदेश में होने वाले विधासभा चुनाव पर हैं। दिल्ली और पंजाब में सरकार चलाने के बाद अब अरविंद केजरीवाल मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ सीट जीतकर अपनी एंट्री कराना चाहती है। दिलचस्प ये भी है कि आप और कांग्रेस दोनों ही इंडिया गठबंधन का हिस्सा हैं और राजस्थान और छत्तीसगढ़ दोनों जगह कांग्रेस की सरकार. फिर भी आप ताल ठोक रही है। यही कांग्रेस और इंडिया के लिए बेहतर नहीं हो रहा है.
सूत्रों का कहना है कि आप के मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में उम्मीदवार उतारने के फैसले से कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व नाराज चल रहा है. इसे लेकर इंडिया की होने वाली अगली बैठक में कांग्रेस की ओर से नाराजगी जाहिर की जा सकती है. ऐसे में अरविंद केजरीवाल का यह निर्णय अब बिहार के सीएम नीतीश कुमार को भी रास नहीं आने की खबर है. नीतीश की पहल पर देश के करीब 28 राजनीतिक दल एकजुट हुए हैं. लेकिन उनमें सीट शेयरिंग को लकर कोई आम सहमति नहीं बन पाने से अब मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में आप ने कांग्रेस की चिंता बढ़ाई है. इसी के साथ अरविंद की पार्टी का यह फैसला नीतीश कुमार को भी उलझन में डाले है कि इंडिया के घटक दलों का एक दूसरे के साथ इस तरह से चुनावी दांव खेलना जनता में एक बिखराव का संदेश देगा.