PATNA: बिहार की जाति गणना रिपोर्ट जारी होने के बाद मुकेश सहनी ने कई पिछड़ी जातियों को निषाद की उप जाति बताकर राजनीतिक हिस्सेदारी पर दावेदारी ठोक दिया. वीआईपी सुप्रीमो ने बजाप्ता विज्ञापन जारी कर बताया है कि उनका समाज(निषाद) की जनसंख्या में नौ फीसदी से अधिक है. यादव के बाद दूसरे नंबर पर निषाद समाज की ही आबादी है. निषाद समाज के अंदर 20 जातियों को शामिल होने का विज्ञापन जारी करने के बाद बवाल मच गया है.मुकेश सहनी ने उत्तर बिहार के कई जिलों में मजबूत पकड़ रखने वाले तुरहा और नोनिया समाज को भी निषाद की उपजाति बता दिया. इसके बाद तो हंगामा मच गया है. तुरहा समाज से आने वाले जेडीयू नेता व पूर्व विधान पार्षद ने मुकेश सहनी को फ्रॉड करार दते हुए कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है.
पूर्व विधान पार्षद ने मुकेश सहनी को दी चेतावनी
जेडीयू के वरिष्ठ नेता व पूर्व विधान पार्षद व अति पिछड़ा समाज के तुरहा जाति से आने वाले सतीश कुमार ने वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी के विज्ञापन पर गहरी नाराजगी जताते हुए सख्त चेतावनी दिया है. सतीश कुमार ने कहा कि राजनीति में मुकेश सहनी का जन्म अभी हुआ है. मेरी राजनीति 25 साल की है. मैं जब विधान पार्षद बना तब उनका कहीं कोई ठीक पता ही नहीं था. मुकेश सहनी कितने पढ़े- लिखे और विद्वान आदमी हैं मैं नहीं जानता हूं. उन्हें सबसे पहले राजनीति की पाठशाला में पढ़ाई करनी चाहिए. उन्हें किसी विश्वविद्यालय में या पटना के ए.एन. सिंन्हा शोध संस्थान में जाकर ज्ञानवर्धन करना चाहिए.
फ्रॉडिज्म की नाव पर सवार होकर बैतरणी पार नहीं कर सकते
उन्होंने कहा कि मुकेश सहनी ने आज भ्रामक विज्ञापन जारी किया है. इसकी हम घोर निंदा करते हैं. न सिर्फ निंदा करते हैं बल्कि चेतावनी भी देते हैं कि आगे से अगर इस तरह का विज्ञापन देंगे तो हम न्यायालय के माध्यम से आप पर कानूनी कार्रवाई करेंगे. आपने तुरहा जाति को निषाद समाज में कैसे शामिल कर दिया. विज्ञापन में नोनिया भी है. यह भी स्वतंत्र जाति है. हमारी जाति निषाद की उपजाति नहीं है. स्वतंत्र जाती है. ये फ्रॉडिज्म की नाव पर सवार होकर बैतरणी पार नहीं कर सकते. फ्रॉड तरीके से आप राजनीतिक वैतरणी पार नहीं कर पाएंगे. उन्होंने जितना विज्ञापन दिया है उतनी जनसंख्या उनकी नहीं है. अखबार को भी सोच समझकर विज्ञापन लेना चाहिए. जेडीयू के पूर्व विधान पार्षद ने चेतावनी देते हुए कहा कि मुकेश सहनी आप संभल का राजनीति करिए. आप जितना में है उतने में रहिए. आपके विज्ञापन देने से कुछ होना-जाना नहीं है. राजनीति में भागीदारी नहीं मिलेगी .फ्रॉड कर आपने हमारी जाति को उपजाति बना दिया है. आपकी जाति ही हमारी जाति की उपजाति है. समझ गए न मुकेश सहनी.