BHAGALPUR: कोरोना की दूसरी लहर से जूझने में एक तरफ जहां बिहार सरकार बुरी तरह असफल है तो दूसरी तरफ नीतीश कुमार के खास विधायक कोरोना गाइडलाइंस की धज्जियां उड़ाने में मस्त हैं। उन्हें इसकी कोई फिक्र नहीं कि बिहार किस तरह के झंझावात के दौर से गुजर रहा है ।प्रतिदिन ऑक्सीजन की कमी व दवाओं के टोटा की वजह से लोग मर रहे हैं और विधायक जी कोरोना गाइडलाइंस तोड़ने में अपनी इज्जत समझ रहे हैं।
गौरतलब है कि विवादों में बने रहने के आदि हो चुके कारण जदयू के गोपालपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक नरेंद्र कुमार नीरज उर्फ गोपाल मंडल कोरोना संकट के समय अपनी करनी से एक बार फिर चर्चा में हैं। विधायक जी इस नया विवाद पैदा कर चर्चा में आ गए हैं। इस बार उन्होंने कोरोना गाइडलाइंस की ऐसी की तैसी कर दी।हुआ कुछ ऐसा की कंटेनमेंट जोन की धज्जियां उड़ा दीं। विधायक जी तो विधायक जी ठहरे भला उनकी गाड़ी के बीच मे कुछ बाधा आ जाय यह कैसे बर्दास्त किया जा सकता है। गाड़ी पार करने के लिए नवगछिया बाजार में बांस-बल्ले से की गई बैरीकेडिंग तोड़ दी।
बता दें कि भागलपुर के नवगछिया बाजार में कोरोना संक्रमितों की संख्या दो सौ से पार होने पर 29 अप्रैल को प्रशासन के द्वारा नवगछिया के पूरे बाजार को कंटेन्मेंट ज़ोन में तब्दील करते हुए सील करवा दिया था। इसके तहत नवगछिया बाजार आने वाले मुख्य मार्ग को सील कर दिया गया था। इसी दौरान नीतीश कुमार के चहेते विधायक गोपाल मंडल मकंदपुर चौक होते हुए नवगछिया बाजार आए थे। नवगछिया बाजार से वापस स्टेशन रोड होकर लौट रहे थे। इस इलाके को कंटेन्मेंट बनाते हुए प्रशासन ने आने जाने पर रोक लगा दिया था । विधायक जी स्टेशन रोड पर बांस-बल्ला देख विधायक जी गर्म हो गए। उन्हें बर्दास्त नहीं हुआ कि कोई मेरा रास्ता रोक दे। बैरिकेटिंग देख विधायक जी स्वयं गाड़ी से उतरे और बांस-बल्ला हटाने का निर्देश दिया। विधायक के कहने पर पुलिस के जवानों व स्थानीय लोगों के सहयोग से बैरिकेटिंग कबाड़ दिया गया। स्थानीय लोगों में बताया कि आदत से लाचार विधायक जी इस दौरान कई दफा अपशब्दों का भी प्रयोग किया। उन्होंने पुलिसकर्मियों से कहा कि कोई कुछ कहेगा तो कहना कि विधायक जी ने तोड़ दिया है। हालांकि प्रशासन ने पुनः उस जगह बैरिकेटिंग की व्यवस्था बहाल कर दी।
अब सवाल उठता है कि क्या विधायक जी पर कोरोना गाइडलाइंस के उल्लंघन किये जाने पर मुकदमा दर्ज होगा।इस बाबत पूछने पर स्थानीय थानेदार राजकुमार सिंह ने कहा कि वहां पर नगर परिषद के कार्यपालक अधिकारी संजीव कुमार सुमन मजिस्टे्रट के रूप में तैनात हैं। उनके आवेदन पर ही रिपोर्ट दर्ज की जाएगी। वहीं इस संबंध में नवगछिया के एसपी सुशांत कुमार सरोज ने कहा कि इस मामले की जानकारी नहीं है।
कुल मिलाकर एक तरफ कोरोना संकट से उबरने के लिये राज्य सरकर हर प्रयास कर रही है तो दूसरी तरफ उनके अपने ही विधायक उसमे बाधा डालने में जुटे हैं। कोरोना के बढ़ते प्रकोप की वजह से नीतीश कुमार ने कल ही पूरे बिहार में लॉकडाउन लगा दिया है। वहीं उनके विधायक गोपाल मंडल कुछ ऐसा कर रहे हैं जिससे बैठे बिठाए विपक्ष को मुद्दा मिल रहा है। ऐसे भी गोपाल मण्डल का विवादों की वजह से सुर्खियों में रहने के आदि हैं।