KAIMUR : लोकसभा चुनाव के सातवें चरण में सासाराम संसदीय क्षेत्र में 1 जून को मतदान होने वाला है। जिसको लेकर जिला प्रशासन लगातार मतदाता जागरूकता अभियान चला रहा है। वहीं चांद प्रखंड के कुड्डी गांव के ग्रामीणों ने वोट का बहिष्कार किया है और जिला प्रशासन के खिलाफ जम कर नारेबाजी किया। उनका कहना है की गांव में हाई स्कूल नहीं तो वोट नहीं। पहले जिला प्रशासन मेरे गांव आकर लिखित आवेदन दे की गांव में हाई स्कूल बनेगा, तभी हम ग्रामीण लोकतंत्र के महापर्व में भाग लेंगे और वोट करेंगे।
बता दें की कुद्दी पंचायत के कुद्दी गांव में हाई स्कूल बनने के लिए आया। लेकिन राजनीतिक साजिश और शिक्षा विभाग के मिली भगत से गांव में हाई स्कूल के जमीन को शून्य दिखा दिया गया। जबकी गांव में हाई स्कूल के लिए जमीन एक एकड़ एक डिसमिल मौजूद है। उसके बावजूद भी चांद प्रखंड के शिक्षा पदाधिकारी ने विभाग को लिखित जानकारी दिया की कुद्दी गांव में हाई स्कूल बनने के लिए जमीन शून्य है तो वहीं चाँद प्रखंड के जिला परिषद सदस्य विश्वम्भर सिंह यादव उर्फ वकील यादव और ग्रामीणों का आरोप है की गुड्डी गांव के बदले पास के गांव भालूआरी गांव में हाई स्कूल बनने का प्रस्ताव किया गया है,जिससे ग्रामीण नाराज हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि कई बार जिलाधिकारी से लेकर प्रखंड के अधिकारी तक गुहार लगा चुके कि मेरे गांव में हाई स्कूल बना दिया जाए। जिससे गांव के बच्चे और बच्चियों को शिक्षा लेने के लिए दूसरे गांव और दूर के प्रखंड है में न जाना पड़े। लेकिन जिला प्रशासन ने अनसुनी कर इनके बातों को नहीं सुना,जिसका नतीजा हुआ कि लोकसभा चुनाव को लेकर ग्रामीणों ने वोट का बहिष्कार कर जमकर नारेबाजी किया हैं। ग्रामीण उदय पांडे, राजमती कुमार, बीडीसी रंजन गुप्ता, छात्र शहंशाह अंसारी, विकास तिवारी और गांव के वार्ड सदस्य प्रमोद कुमार ने बताया कि मेरे गांव में उत्क्रमित मध्य विद्यालय है। जिसको उत्क्रमित हाई स्कूल बनाने को लेकर कई वर्षों से जिला प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं। लेकिन जिला प्रशासन द्वारा कोई पहल नहीं किया गया और शिक्षा विभाग भी गांव को सौतेला व्यवहार कर रहा है। गांव में हाई स्कूल के लिए जमीन उपलब्ध है। उसके बाद भी चांद प्रखंड के शिक्षा पदाधिकारी ने विभाग को लिखित सूचना दिया कि गांव में कोई जमीन नहीं है। जिसके कारण कुद्दी गांव का हाई स्कूल दूसरे गांव भालुआडी में शिफ्ट होने जा रहा है। जिसको लेकर ग्रामीणों में खासा नाराजगी है की गांव में हाई स्कूल नहीं होने से चांद प्रखंड में बच्चे पढ़ाई करने जाते हैं। नहीं तो गांव से डेढ़ किलोमीटर दूर भालूवादी गांव में जाते हैं,जहां अक्सर बच्चों के साथ मारपीट और बच्चियों के साथ अभद्र व्यवहार किया जाता है। जिसको लेकर ग्रामीणों का साफ कहना है की जिला प्रशासन मेरे गांव में हाई स्कूल बनवा दे नहीं तो लोकसभा के चुनाव 1 जून को वोट होने वाला है। उसका हम बहिष्कार करेंगे ग्रामीणों का यह भी कहना है की कैमूर जिले के जिलाधिकारी या कोई अधिकारी आकर लिखित आवेदन दे की हाई स्कूल गुड्डी गांव में बनेगा तभी तभी हम लोग लोकसभा चुनाव में वोट करेंगे।
बता दे की लोकसभा चुनाव के नामांकन शुरू है सातवें चरण में सासाराम संसदीय क्षेत्र का चुनाव होना है। 14 में तक नामांकन होना है। इसके बाद प्रत्याशी जनसंपर्क में जुट जाएंगे। लगातार नेताओं का जमावड़ा रहेगा। हर तरफ चुनाव का माहौल रहेगा। इसी बीच अपनी मांग को लेकर ग्रामीणों का वोट बहिष्कार करना जिला प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती होगी। अब देखना होगा की जिला प्रशासन इन ग्रामीणों को कैसे नाराजगी दूर करता है और कैसे 1 जून को वोट डालने का अपील करता है।
कैमूर से देवब्रत की रिपोर्ट