पटना. बिहार में जातीय जनगणना को लेकर 1 जून को सर्वदलीय बैठक होगी। यह बैठक बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुलाई है। पटना के संवाद कक्ष में 1 जून को शाम 4 बजे यह बैठक होगी। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भाजपा के चलते यह बैठक टल रहा थी। BJP से सहमति मिलने के बाद अब नीतीश सरकार ने सर्वदलीय बैठक की तिथि का ऐलान कर दिया है।
इस बैठक के बारे में संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने बताया कि राज्य में जाति अधारित जनगणना कराने के लिए सभी दलों के नेताओं की बैठक 1 जून को होगी। उन्होंने बताया कि इस संबंध में सभी दलों के नेताओं से बात हो चुकी है। मुख्यमंत्री ने पिछले दिनों इस बैठक को शीघ्र किये जाने का ऐलान किया था।
पीएम मोदी से मिला प्रतिनिधि मंडल
उन्होंने बताया कि जातीय जनगणना कराने के लिए बिहार विधानसभा से दो बार प्रस्ताव पास हो चुका है। इसको लेकर बिहार सरकार ने केंद्र सरकार से भी अनुशंसा कर चुकी थी। इस कड़ी में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नेतृत्व में बिहार से एक सर्वदलीय प्रतिनिधि मंडल भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिला। केंद्र सरकार ने इसमें देर होने के कारण असहमति जताई। इसके मुख्यमंत्री नीतीश ने घोषणा की थी कि अगर सभी दल सहमत हो तो बिहार में जातीय जनगणना कराने का विचार किया जा सकता है।
भाजपा की बैठक
इससे पहले चर्चा यह थी कि जातीय जनगणना को लेकर सभी दलों की बैठक 27 मई को होने वाली है। लेकिन सभी पार्टी में इसको लेकर सहमत नहीं बन पाने के कारण इसकी तिथि को आगे बढ़ाया गया। बता दें कि सोमवार को ही जातीय जनगणना को लेकर बीजेपी की गुप्त बैठक थी। ऐसा कयास लगाया जा रहा है कि 27 तारिख की तिथि निर्धारित होने की वजह से भाजपी की बैठक हुई। यहां सहमिति बन जाने के बाद 1 जून को बैठक की तिथि निर्धारित की गयी है।