PATNA : पटना से सटे बिहटा के अमहारा में स्थिति एनएसएमसीएच ने एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। बता दें की पालीगंज की रहने वाली शशि कला जिनकी उम्र 45 साल है। उनके पेट में पिछले 2 सालों से दर्द हो रहा था। बिहार के अलग-अलग अस्पतालों में चक्कर काटने के बाद अंत में अल्ट्रासाउंड में पता लगा कि उनके गाल ब्लैडर में मांस है। इसके बाद नेताजी सुभाष चंद्र मेडिकल कॉलेज में सीटी स्कैन कराने पर मांस की पुष्टि हुई। साथ ही साथ गॉल ब्लेडर मे एक बड़ी सी पथरी एवं गॉल ब्लैडर में कैंसर की संभावना भी बताई गयी। जबकि खून जांच मे भी गॉल ब्लैडर कैंसर का शक जताया गया।
शशि कला ने एनएसएमसीएच बिहटा में अपना इलाज करवाने का निर्णय लिया और डॉक्टरों की एक कुशल टीम ने शशि कला का ऑपरेशन करने का निर्णय किया। इसके बाद ऑपरेशन करके गॉलब्लेडर और लिवर के कुछ हिस्सों को भी काट कर बाहर निकाल दिया गया। जिनमें मुख्य रुप से डॉक्टर मनीष, डॉ निशांत रंजन, एनेस्थीसिया डिपार्टमेंट से डॉ शशिकांत शामिल थे। सफल ऑपरेशन के बाद शशि कला को डिस्चार्ज किया गया और अब शशि कला बिल्कुल स्वस्थ हैं।
गौरतलब है की जिस तरीके से एनएसएमसीएच लगातार बिहार में स्वास्थ्य क्षेत्र में एक मुकाम स्थापित कर रहा है। ये कहीं ना कहीं बिहार के लोगों के लिए एक वरदान से कम नहीं है। एनएसएमसीएच का एक ही उद्देश्य है कि कम खर्चे में मरीज को बेहतर सुविधाएं दी जाए। वहीं ऑपरेशन की सफलता पर प्रिंसिपल डॉ अरविंद प्रसाद ने सभी डॉक्टरों की सराहना की।