NALANDA : दो साल के कोरोना काल के बाद इस साल बाबा मणिराम की समाधि पर सात दिवसीय मेला की बुधवार से शुरुआत हो गयी। पहले दिन जिला और पुलिस प्रशासन द्वारा बाजे गाजे के साथ भव्य लंगोट जुलूस निकाल कर बाबा की समाधि पर लंगोट अर्पण किया गया। सर्वप्रथम बिहारशरीफ अनुमंडल कार्यालय परिसर से उप विकास आयुक्त वैभव श्रीवास्तव, नगर आयुक्त तरंजोत सिंह, अनुमंडल पदाधिकारी कुमार अनुराग समेत अन्य अधिकारी लंगोट को माथे पर रखकर बिहार थाना परिसर पहुंचे।
बिहार थाना पहुंचकर परंपरा के अनुसार अधिकारियों ने यहां भी लंगोट को अपने माथे पर लेकर थाना परिसर का भ्रमण किया । इसके बाद लंगोट जुलूस अंबेर चौक, हॉस्पिटल मोड़, भरावपर, गगनदीवान, सद्भावना मार्ग होते हुए बाबा मणिराम अखाड़ा पहुंचे। जहां अनुमंडल पदाधिकारी डीएसपी व अन्य पुलिस पदाधिकारियों ने बाबा की समाधि पर लंगोट अर्पण किया। इस मौके पर अधिकारियों ने कहा कि बाबा मणिराम एक महान संत थे। देश का यह अकेला ऐसा स्थल है जहां लोग आकर लंगोट चढ़ाते हैं। बाबा इसी स्थल पर लोगों को मल्लयुद्ध की शिक्षा देते थे। सूफी संतों की धरती कहे जाने वाली बिहारशरीफ में बाबा की समाधि काफी प्रसिद्ध है। बाबा मणिराम और हजरत मखदूम साहब में काफी गहरी दोस्ती थी। जो गंगा जमुनी तहजीब को दर्शाता है।
उन्होंने कहा की जिलेवासी अमन चैन से रहें। आज के दिन हम बाबा से यही कामना करते हैं। इस मौके पर सदर डीएसपी डॉ शिब्ली नोमानी, सुरक्षा डीएसपी राजेश कुमार, विधि व्यवस्था डीएसपी सुशील कुमार, हेड क्वार्टर डीएसपी ममता प्रसाद, प्रखंड विकास पदाधिकारी अंजन दत्ता, नगर थानाध्यक्ष संतोष कुमार , लहेरी थानाध्यक्ष सुबोध कुमार, सोहसराय थानाध्यक्ष मुन्ना कुमार मौजूद थे।
नालंदा से राज की रिपोर्ट