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सुशासन राज में अफसरों की कमाईः कमीशन का 25 लाख रू लेकर भाग गया CO, नए सीओ ने खोली पोल तो फंस गया ठेकेदार

सुशासन राज में अफसरों की कमाईः कमीशन का 25 लाख रू लेकर भाग गया CO, नए सीओ ने खोली पोल तो फंस गया ठेकेदार

MOTIHARI: कोरोना आपदा में एक तरफ जहां मानव जीवन पर खतरा मंडरा रहा था दूसरी तरफ सरकारी अधिकारियों के लिए कमाई का अवसर आ गया था। आपदा को अवसर में बदल कर अधिकारियों ने सरकारी खजाने में जमकर लूट मचाई। जब अधिकारी ही सरकारी खजाना लूटने लगे तो फिर कौन बचायेगा? हर जिले में कोरोना काल में सरकारी राशि का बड़े पैमाने पर बंदरबांट की बात सामने आई है। मोतिहारी में तो हद हो गया। अंचलाधिकारी और उसके शागिर्दों ने मिलकर सरकारी खजाने को लूटने की कोई कसर नहीं छोड़ी। सीओ और माफिया कमीशन का 25 लाख रू लेकर फरार हो गए। लेकिन अब पूरी चालाकी धर ली गई है। हालांकि सीओ की करनी का फल अकेले ठेकेदार भुगत रहा है। सीओ का स्थानांतरण हो गया लिहाजा वो चैन की बांसूरी बजा रहा। 

एक सीओ का कमीशन 25 लाख!

पूरा मामला मोतिहारी के पताही प्रखंड का है।कोरोना के पहले चरण में पताही प्रखंड में कोविड सेंटर के नाम पर तत्कालीन सीओ रोहित कुमार ने एजेंसी को लाखों रुपये का गलत बिल पास कर भुगतान कर दिया. सरकारी खजाने से पैसे की निकासी भी हो गई। सीओ का कु दिनों बाद वहां से स्थानांतरण हो गया। जब नये सीओ आये तो पूरे मामले से पर्दा उठा दिया। इसके बाद डीएम के निर्देश पर पकड़ीदयाल एसडीओ मामले की जांच कर रहे है.जांच पदाधिकारी की रिपोर्ट आने के बाद  तत्कालीन सीओ , प्रधान सहायक , लिपिक एवं तत्कालीन सीओ रोहित कुमार के चहेते राजू एवं अधिक राशि उठाव करने वाले एजेंसी करवाई के जद में आ सकती है। 

डीएम ने जांच के दिये हैं आदेश

मालूम हो कि कोविड सेंटर चलाने को लेकर तत्कालीन सीओ रोहित कुमार द्वारा एजेंसी को सरकार की तय राशि से अधिक का बिल पास कर एजेंसी को भुगतान कर दिया था. वर्तमान सीओ चन्द्र कुमार ने गडबड़ी पकड़ बिल में कटौती कर एजेंसी को 8 लाख 75 हजार एवं प्रधान सहायक मुंशी प्रसाद को 2 लाख 88 हजार राशि जमा करने का नोटिस दिया गया। इसके बाद एजेंसी के मालिक संतोष साह ने जिलाधिकारी से तत्कालीन सीओ रोहित कुमार द्वारा एजेंसी को चेक के जरिये 15 लाख एवं 34 लाख रुपये का भुगतान किया। इसके बाद उसी दिन सीओ द्वारा अपने चहेते राजू के मिलीभगत से एजेंसी से 13 चेक लेकर अलग अलग लोगो के नाम पर 25 लाख 50 हजार की राशि की निकासी कर ली। इस शिकायत के बाद जिलाधिकारी ने जांच टीम का गठन कर जांच का का निर्देश दिया था. मामले में 13 चेक जिन लोगो के नाम पर हुआ उनको मालूम भी नही है कि मेरे नाम पर चेक का भुगतान हुआ है. अब देखना होगा कि जांच रिपोर्ट आने के बाद तत्कालीन सीओ रोहित कुमार व अन्य पर क्या कार्रवाई होती है। 

मोतिहारी से हिमांशु की रिपोर्ट


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