दिल्ली- 123 साल में जून का महीना इस साल सबसे ज्यादा गर्म रहा. शुष्क मौसम और लू के थपेड़ों के चलते उत्तर-पश्चिम भारत में जून का महीना 123 साल में सबसे गर्म रहा। भारतीय मौसम विभाग के प्रमुख मृत्युंजय महापात्र ने सोमवार को वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि उत्तर-पश्चिमी भारत यानी जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में इस साल जून में 123 साल बाद सबसे ज्यादा गर्मी पड़ी है.
भारत मौसम विज्ञान विभाग के प्रमुख मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि कि उत्तर-पश्चिम भारत में जून में औसत तापमान 31.73 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 1.65 डिग्री अधिक और वर्ष 1901 के बाद से सबसे ज्यादा है. उत्तर भारत में केवल तीन पश्चिमी विक्षोभ देखे गए, जबकि सामान्य तौर पर चार से पांच होते हैं.उत्तर-पश्चिम भारत में जून का औसत अधिकतम तापमान सामान्य से 1.96 डिग्री अधिक, 38.02 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसी तरह औसत न्यूनतम तापमान भी सामान्य से 1.35 डिग्री, अधिक 25.44 डिग्री सेल्सियस रहा.
भारत मौसम विज्ञान विभाग के प्रमुख मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि देश में जून के दौरान सामान्य से 11 प्रतिशत कम बारिश दर्ज की गई। अब जुलाई में पूर्वोत्तर क्षेत्र के कुछ हिस्सों को छोड़कर देश में सामान्य से अधिक बारिश हो सकती है भारत मौसम विज्ञान विभाग के आंकड़ों के अनुसार देश में जून में सबसे कम 147.2 मिमी बारिश हुई.
मौसम विभाग के अनुसार जून में गर्मी ने तांडव मचाया है तो वहीं जुलाई में बारिश का आफत दिखेगा. जुलाई में सामान्य से अधिक वर्षा हो सकती है. भारी वर्षा के कारण पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों और देश के मध्य भाग में नदी घाटियों में बाढ़ आने की आशंका है वही मौसम विभाग के अनुसार ने पूर्वोत्तर भारत में सामान्य से कम वर्षा हो सकती है. तो हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर जैसे राज्यों तथा पश्चिमी हिमालय इलाकों में सामान्य से अधिक वर्षा का अनुमान है.