सीमांचल के बहाने बिहार के अल्पसंख्यक वोटों को साधने की जुगत में लगे ओवैसी ... निशाने पर नीतीश कुमार

पटना. बिहार की सियासत में इन दिनों हर दल की नजर सीमांचल पर है. पहले अमित शाह ने किशनगंज और पूर्णिया का दौरा किया फिर महागठबंधन की पूर्णिया में रैली हुई. अब एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी भी इस इलाके में दो दिनों के दौरे पर हैं. पहले दिन ही उन्होंने साफ कर दिया कि उनका इरादा यहां के इलाके में मौजूद अल्पसंख्यक वोटों को अपनी पार्टी के लिए एकजुट करना है. इसलिए उन्होंने नीतीश कुमार को निशाने पर लेते हुए उन्हें मुस्लिमों को धोखा देने वाला और भाजपा को मजबूत करने वाला कहा.
सीमांचल की सियासी जमीन पर अपनी पकड़ मजबूत करने एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने शनिवार को अपने दो दिवसीय बिहार दौरे की शुरुआत की. इस दौरान वे भाजपा और बिहार सत्तापक्ष यानी महागठबंधन पर जमकर बरसे। बायसी में सभा को सबोधित करते हुए सीएम नीतीश कुमार पर जमकर जुबानी हमला बोला। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार 22 वर्षों तक बीजेपी का साथ दिया और आज उन्हें बीजेपी का बी टीम बता रहे हैं। ओबेसी के निशाने पर भाजपा से ज्यादा नीतीश कुमार रहे।
उन्होंने कहा कि सीमांचल के चार विधायक को लालू के बेटे ने खरीद लिया लेकिन सीमांचल के साथ न्याय नहीं हुआ। पूर्णिया में दोनों ही पार्टी की रैली हुई लेकिन सीमांचल के विकास को लेकर कुछ नही बोला। उन्होंने कहा कि सीमांचल के विकास का मुद्दा, सड़क से सदन उठाते रहेंगे । उन्होंने कहा कि भाजपा को भारत में मजबूत करने वाले में नीतीश कुमार का नाम लिखा जाएगा. जब गुजरात जल रहा था तब नीतीश भाजपा के साथ खड़े थे.
नीतीश कुमार पर जातीय राजनीति करने का आरोप लगाते हुए ओवैसी ने कहा कि नीतीश आज तक कुर्मी-कुशवाहा से आगे नहीं बढ़ सके. उनकी राजनीति इन्ही दो जातियों के बीच रही है. नीतीश ने सीमांचल के लोगों को धोखा दिया. यहां से जीतकर गए एआईएमआईएम के विधायकों को नीतीश और राजद ने साथ मिलकर दौलत के दम पर उनका इमान खरीद लिया.
उन्होंने कहा कि नीतीश ने बिहार के मुसलमानों के साथ हमेशा धोखा किया. लगातार उन्हें ठगते रहे. उनसे वोट लिया लेकिन विधानसभा में सीमांचल के मुद्दों को कभी भी प्रमुखता नहीं दी. नीतीश ने सीमांचल की लड़ाई के बदले जातीय राजनीति की. ओवैसी ने सीमांचल के विकास को ही अपना मुख्य मुद्दा बताया. उनकी पार्टी के लोग अक्सर ये कहते हैं कि बिहार में सीमांचल क्षेत्र के साथ नाइंसाफी होती रही है. इसलिए उन्होंने अपनी यात्रा का नाम भी सीमांचल अधिकार यात्रा रखा है.
गौरतलब है कि सीमांचल में लोकसभा की 4 और विधानसभा की 24 सीटों पर मुस्लिम वोट निर्णायक है. वहीं राज्य में करीब 48 ऐसी सीटें हैं जहाँ मुसलमान वोटों का बड़ा उलटफेर करने का मद्दा रहता है. ओवैसी इसी कारण अब यहां इन सीटों पर नजर बनाए हैं जो अब तक लालू यादव और नीतीश कुमार के साथ माना जाता रहा है.