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RJD स्थापना दिवस पर 'तेजप्रताप' का 'अध्यक्ष' पर तंज, कहा- जगदानंद अंकल हम पर गुस्साये हुए हैं...हाथ नहीं उठाये

RJD स्थापना दिवस पर 'तेजप्रताप' का 'अध्यक्ष' पर तंज, कहा- जगदानंद अंकल हम पर गुस्साये हुए हैं...हाथ नहीं उठाये

पटनाः राजद अपने स्थापना का रजत जयंती मना रहा है। पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद ने दिल्ली से वर्चुअल माध्यम से 25 वें स्थापना दिवस कार्यक्रम का उदघाटन किया। वहीं पटना के प्रदेश कार्यालय में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव समेत अन्य नेता मौजूद रहे। पार्टी की स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में राजद नेताओं ने अपने संकल्प को दुहराया और केंद्र और बिहार की सरकार पर अटैक किया। राजद के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तुलना मुगलों के अंतिम शासक बहादुर शाह जफऱ से की। वहीं तेजप्रताप यादव ने बिना नाम लिये राजद प्रदेश नेतृत्व पर निशाना साधा. तेजप्रताप ने कहा कि मैं किसी से डरता नहीं हूं,सच्चाई बोलता हूं।

जगदानंद अंकल गुस्साये हुए हैं-तेजप्रताप

स्थापना दिवस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए तेजप्रताप यादव ने प्रदेश नेतृत्व पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि जो जिम्मेदारी मिली है उसे पूरा करना चाहिए। पार्टी में कुछ लोग हैं जो दल को आगे बढ़ने देना नहीं चाहते। हम सच्चाई बोलते हैं लेकिन कुछ लोग सच्चाई सुनना नहीं चाहते। तेजस्वी यादव को सलाह देते हुए तेजप्रताप ने कहा कि जिला अध्यक्ष को जिम्मेदारी दें, एक गाड़ी की व्यवस्था करें। अगर रात में किसी गरीब को अस्पताल ले जाने की जरूरत हो तो वो ले जाये। तेजप्रताप यादव यहीं नहीं रूके, उन्होंने सभी लोगों से हाथ उठाया और कहा कि अगर हम सही बोल रहे तो हाथ उठाकर समर्थन दीजिए। सभी लोगों ने हाथ उठाया लेकिन प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने हाथ नहीं उठाया। इस पर तेजप्रताप यादव ने तंज कसते हुए कहा कि लगता है जगदानंद अंकल हमसे गुस्साये हुए हैं। उन्होंने कहा कि आंदोलन करिए गोली खाने के लिए हम तैयार हैं। राजद के कुछ नेताओं पर तंज कसते हुए कहा कि कुछ लोग पैर खींचने का काम करते हैं। आंदोलन में सिर्फ फोटो खिंचाने की काम करते हैं. 


नीतीश कुमार पर हंसी आती है- शिवानंद 

राजद स्थापना दिवस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने कहा कि नीतीश कुमार को हम जानते हैं। वे बहुत ही तेज आदमी हैं। 2014 को याद कीजिए जब वे नरेंद्र मोदी का बखूबी चरित्र-चित्रण करते थे। आज क्या स्थिति है...उनकी जी हुजूरी कर रहे हैं। आज लोकतंत्र खतरे में है,मीडिया पर बैन लगा दिया गया है। बिना मीडिया की स्वतंत्रता के लोकतंत्र नहीं चल सकता। शिवानंद तिवारी ने आगे कहा कि आज हमें नीतीश कुमार पर हंसी आती है। आज की तारीख में मुगलों के अंतिम शासक बहादुर शाह जफऱ की याद आती है। तब उनकी बादशाहत लाल किले में कैद थी। नीतीश कुमार का शासन सिर्फ एक अणे मार्ग में चलती है। न इनकी बात मंत्री मानते हैं न अफसर। सिर्फ एक-अणे मार्ग में मुख्यमंत्री की बादशाहत है। इसीलिए बहादुर शाह जफर की याद आती है। 

शिवानंद तिवारी ने कहा कि आज बिहार की क्या स्थिति है। मंत्री के घर में अफसरों के ट्रांसफऱ की बोली लग रही है। जो अधिक बोली लगाता है उसे पोस्टिंग मिलती है। हर विभाग में यही स्थिति है। वहीं कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अब्दुल बारी सिद्दकी ने कहा कि स्थापना दिवस के दिन पार्टी को जेल भरो आंदोलन का निर्णय लेना चाहिए। क्यों कि महंगाई ने लोग त्राहिमाम कर रहे हैं। हर कोई परेशान है। ऐसे में राजद इस इश्यू को जोर-शोर से उठाये।  


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