कभी यूपी में बीजेपी के साथ चुनाव लड़ने की थी घोषणा, अब अखिलेश यादव की सपा से गठबंधन करेगा जदयू, ललन सिंह ने की घोषणा

LUCKNOW : JDU को लंब समय से राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दिलाने का प्रयास किया जा रहा है। इस कड़ी में जदयू ने नागालैंड में कोशिश की, लेकिन उन्हें कामयाबी नहीं मिली। अब जदयू की कोशिशें यूपी में अपनी जड़ें मजबूत करने की हैं। जिसमें पार्टी ने अखिलेश यादव की सपा के साथ जाने की घोषणा की है। रविवार को लखनऊ में आयोजित अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (International Women's Day) सह होली (Holi) मिलन समारोह कार्यक्रम में जेडीयू  (JDU) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह (Lalan Singh) पहुंचे हुए थे. इस दौरान उन्होंने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में अगर पार्टी उत्तर प्रदेश में गठबंधन करती है तो वह समाजवादी पार्टी (SP) के साथ होगा।

यूपी में प्रदेश अध्यक्ष ने दिया इस्तीफा

ललन सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में जेडीयू अपनी कार्यसमिति को मजबूत करेगी और आगामी लोकसभा चुनावों के लिए पार्टी को मजबूत करने के लिए काम करेगी. अगर यूपी में गठबंधन होगा, तो वह समाजवादी पार्टी के साथ होगा. पार्टी उत्तर प्रदेश में सदस्यता अभियान शुरू करेगी और लगभग पांच लाख सदस्यों को जोड़ने का लक्ष्य रखा है. वहीं, इस बीच जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष रहे अनूप पटेल ने ललन सिंह के सामने इस्तीफा दिया और कहा कि वह निजी कारणों से पद से त्यागपत्र दे रहे हैं. सिंह ने इसके बाद सत्येंद्र पटेल को राज्य संयोजक नियुक्त किया

तमिलनाडु मुद्दे पर बीजेपी पर साधा निशाना

आगे जाति आधारित जनगणना पर जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि हमने केंद्र सरकार से इसके लिए कहा और यहां तक कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी जाति आधारित जनगणना के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। क्षेत्रीय दलों के समर्थन से हमने जाति आधारित जनगणना शुरू की और जारी रखेंगे। 

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तमिलनाडू की घटना को बताया फर्जी

वहीं, तमिलनाडु में बिहार के प्रवासी मजदूरों पर कथित हमले के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि यह घटना फर्जी थी और बीजेपी द्वारा तमिलनाडु और बिहार में सनसनी फैलाने के लिए अफवाह उड़ायी गयी थी। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद बिहार से एक टीम तमिलनाडु गई और पता चला कि सभी घटनाएं फर्जी थीं।

पूर्व में यूपी में खा चुके हैं मात

बता दें कि जेडीयू ने 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा के साथ गठबंधन बनाने की घोषणा की थी। लेकिन भाजपा ने इससे इनकार कर दिया। बाद में जदयू ने कुछ सीटों पर अकेले ही चुनाव लड़ने की घोषणा की थी। अब सियासत बदलने के साथ जदयू ने सपा के साथ जाने का फैसला किया है।