AURANGABAD : जिले में बीती रात अलग अलग सड़क दुर्घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गयी। जबकि एक दर्जन लोग जख्मी हो गए हैं। सभी घायलों को गम्भीर हालत में बेहतर इलाज हेतु बाहर रेफर किया गया है। बताते चलें की पहली दुर्घटना रफीगंज ओबरा पथ पर स्थित चंद्रहेटा कड़सारा गांव के पास की है। जहाँ बाइक और ऑटो के बीच आमने-सामने की जोरदार टक्कर हो गयी। इस घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गयी। जबकि नौ लोग जख्मी हो गए है। सभी घायलो की स्थिति गंभीर बताई जा रही है। मृतक की पहचान कुटकुरी गांव निवासी विकाश कुमार के रूप में किया गया है।
घटना के सम्बन्ध में मृतक के परिजनों ने बताया कि विकास कुमार एवं गांव के ही सौरम कुमार एवं सूबेदार पासवान के पुत्र घनश्याम कुमार तीनों एक ही बाइक पर सवार हो रफीगंज मेला देखने जा रहे थे। इसी बीच रफीगंज से अचूकी की ओर जा रहे ऑटो के बीच टक्कर हो गई। जिसमें विकास कुमार की मौत घटनास्थल पर ही हो गई। बाइक सवार सौरभ कुमार एवं घनश्याम कुमार तथा ऑटो में सवार तकरीबन 7 लोग गम्भीर रूप से घायल हो गये है जो सभी अचुकी ग्राम निवासी बताये जा रहे है। ग्रामीणों के सहयोग से सभी घायल को 112 नम्बर के एम्बुलेंस से रफीगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लाया गया। जहां डॉक्टर ने सभी घायलों का प्राथमिक उपचार कर बेहतर इलाज हेतु औरंगाबाद रेफर कर दिया है। वही रफीगंज पुलिस मृतक के शव को अपने कब्जे में लेते हुये पोस्टमार्टम के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल भेज दिया।
जबकि दूसरी घटना औरंगाबाद शहर की है। जहाँ पंडाल घूमने के दौरान बाइक और बाइक की आमने सामने की जोरदार टक्कर हो गई। जिसमे तीन युवक बुरी तरह से घायल हो गये है। जिसमे एक युवक की पहचान दैनिक अख़बार के संवाददाता शुभम कुमार के भाई के रूप में किया गया। सभी घायलों को मौके पर उपस्थित लोगों के द्वारा सदर हॉस्पिटल लाया गया। जहाँ उपस्थित डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद तीनों युवक की स्थिति को गम्भीर देखते हुए बाहर रेफर के दिया गया है।
हालांकि घटना की खबर मिलते ही औरंगाबाद सांसद सुशील कुमार सिंह सदर हॉस्पिटल पहुँच सभी घायलों का जायजा लिया और औरंगाबाद हॉस्पिटल की व्यवस्था पर सवाल खड़ा करते हुऐ उन्होंने बताया कि यह हॉस्पिटल जिला का सबसे बड़ा हॉस्पिटल है। लेकिन यहाँ किसी भी तरह का व्यवस्था नहीं है। उन्होंने हॉस्पिटल के डीएस पर सवाल खड़ा करते हुए कहा की हमने डीएस के पास बहुत बार कॉल किया। लेकि कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला। इससे यह साबित होता है कि डीएस कितना लापरवाह है। जब डीएस एक सांसद का फोन नहीं उठा सकता है तो आम जनता की स्थिति क्या होगी। इससे आप खुद ही अंदाजा लगा सकते है। डीएस के कार्यशैली पर सवाल खड़ा करते हुऐ तत्काल कार्रवाई की मांग किया है। लेकिन वही सिविल सर्जन की उन्होंने तारीफ भी किया है। वही घायलों के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि तीनो घायलों की स्थिति गम्भीर है। सभी को मेडिकल टीम की देख रेख में बाहर रेफर कर दिया है।
औरंगाबाद से दीनानाथ मौआर की रिपोर्ट