PATNA : जहरीली शराब के कारण गंभीर रूप से बीमार लोगों को सीवान और छपरा से पटना रेफर कर दिया गया है। जिनसे मिलने के लिए जाम अध्यक्ष पप्पू यादव पीएमसीएच पहुंचे। इस दौरान उन्होंने शराब पीकर मारे गए लोगों को न सिर्फ मदद का भरोसा दिया, बल्कि उनकी आर्थिक सहायता भी की। जाप प्रमुख इस दौरान मौतों को लेकर जनप्रतिनिधियों की बेरुखी को लेकर काफी गुस्से में नजर आए। उन्होंने कहा कि हर जिले में घटना पर घटना हो रही है। लेकिन हमारे जनप्रतिनिधियों को इतनी भी फुर्सत नहीं है कि दुखी परिवार से मिलने के लिए भी जाएं।
उन्होंने हाजीपुर में दो दिन पहले हुए सड़क दुर्घटना का जिक्र किया, जिसमें सरकारी रिकॉर्ड में चार लोगों के मरने की बात कही गई है। लेकिन इस घटना के बाद न तो वहां के स्थानीय सांसद पशुपति पारस, न केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय और न ही नेता प्रतिपक्ष को इतनी फुर्सत मिली कि वह दुखी परिवार के पास जाकर उन्हें दिलासा दे सकें। सब एक जैसे हो गए हैं।
पप्पू यादव ने कहा यह सभी जगह है। सभी मौन हैं। बेगूसराय में घटना घटना गिरीराज सिंह नहीं जाएंगे, बेतिया में घटना पर घटना, लेकिन डिप्टी सीएम और जायसवाल नहीं जाएंगे। नालंदा पटना बाढ़ में लगातार घटनाएं हो रही हैं, लेकिन यहां के जनप्रतिनिधि को इसकी कोई चिंता नजर नहीं आती है। विपक्ष भी सरकार का तरह किसी भी मामले में कुछ नहीं बोलती है। सभी चुप्पी साध लेते हैं।
शराबबंदी पर नीतीश सरकार से किए सवाल
पप्पू यादव ने शराबबंदी पर सवाल उठाते हुए कहा कि आप समाजसेवा करने के लिए राजा राममोहन राय बनना चाहते हैं तो बने, लेकिन उससे पहले उन्हें बताना चाहिए कि इन मौतों के लिए जिम्मेदारी किसकी है। आज बिहार के सीमाओं से सटे तमाम जगह शराब तस्करी के अड्डे बन गए हैं। खास तौर पर नेपाल बॉर्डर पर बड़े पैमाने पर शराब और दवाई की तस्करी हो रही है। जिसमें लोग पकड़े जा रहे हैं, मर रहें हैं, लेकिन उन्हें कोई मदद भी नहीं मिलती है। जबकि इन्हें रोकने की जिम्मेदारी जिन्हें हैं, उनकी कोई जवाबदेही नहीं है। पप्पू यादव ने कहा कि सबसे पहले उन अधिकारियों की जवाबदेही तय करनी होगी। इस धंधे में शामिल तमाम बड़े अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई जाए, ताकि इन मौतों को रोका जा सके।