CHHAPRA : एक तरफ राजद के विधायक हिंदू देवताओं के अस्तित्व पर सवाल उठाते हुए उन्हें काल्पनिक, हिंदू ग्रंथों को गलत बता रहे हैं। वहीं दूसरी राजद सुप्रीमो के बड़े लाल व सूबे के वन एवं पर्यावरण मंत्री तेज प्रताप यादव लोगों को रामायण पढ़ने की नसीहत दे रहे हैं।
दरअसल, तेज प्रताप यादव बीते दिनों छपरा में मौजूद थे। जहां छपरा जिला मुख्यालय पर आयोजित भरत मिलाप कार्यक्रम में अपने अनूठे अंदाज से लोगों का दिल जीत लिया। कार्यक्रम को संबोधित करने के दौरान ही मंत्री तेज प्रताप यादव ने मंच पर ही बांसुरी बजा लोगों का दिल जीत लिया। इससे पूर्व कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री तेज प्रताप यादव ने कहा कि भगवान राम का चरित्र हम सभी के लिए प्रेरणादायी है आज के नौजवानों को वाल्मीकि एवं तुलसीदास जी द्वारा लिखित रामायण का अध्ययन करना चाहिए।
युवाओं को पार्को के स्थान पर अयोध्या का भ्रमण करना चाहिए। भगवान राम ऊंच नीच का भेद मिटाने की प्रेरणा देते हैं। बिहार एवं देश का विकास सभी को साथ लेकर चलने से ही संभव है किसी एक के विकास देश का विकास नहीं हो सकता देश के विकास के लिए सभी धर्मों एवं जातियों को साथ लेकर चलना होगा।
उन्होंने आजकल कुछ लोग युवाओं को गुमराह करके जाति एवं धर्म के नाम पर नफरत फैलाकर बांटने का काम कर रहे हैं। युवा शास्त्रों का अध्ययन करेगा तो लोगों के बहकावे में नहीं आयेगा। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री तेज प्रताप यादव ने कहा कि जय श्रीराम नहीं सीताराम बोलिए जिससे माता सीता एवं भगवान राम दोनों की आराधना होगी मातृ शक्ति की आराधना का भी विरोध महत्व है।युवा पीढ़ी भगवान राम एवं हनुमान जी के चरित्र से प्ररेणा लेकर कुछ ऐसा काम करे जिसे दुनिया सदियों तक याद रखें।
बता दें कि दो दिन पहले ही राजद से डेहरी विधायक फतेह बहादुर सिंह ने दुर्गा पूजा पर बनने वाले बड़े पंडालो को फिजुलखर्ची बताया था। साथ ही मां दुर्गा को काल्पनिक करार दिया था। साथ ही दुर्गा सप्तशति में लिखी गई बातों को गलत करार दिया था। उससे पहले पार्टी के विधायक व शिक्षा मंत्री डा. चंद्रशेखर ने भी रामचरितमानस के दोहों को समाज में विभेद करनेवाला बताया था।