PATNA: एक तरफ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पंचायत प्रतिनिधियों और पंचायती राज में महिलाओं को आगे बढ़ाने की बात करते हैं तो दूसरी ओर सरकारी अधिकारियों के रवैये से त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों को वास्तविक अधिकार से वंचित होना पड़ रहा है।पटना जिला परिषद इन दिनों राजनीति का अखाड़ा बना हुआ है।एक तरफ जनप्रतिनिधि हैं दूसरी तरफ सरकारी अधिकारी और कर्मी।दोनों की लड़ाई में विकास काम बाधित है।जिला परिषद की अध्यक्ष अंजू देवी और मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी के बीच खुलेयाम जंग छिड़ गया है।
जिला परिषद अध्यक्ष ने गुरूवार को पटना के डीडीसी सुहर्ष भगत पर एक बार फिर से गंभीर आरोप लगाए हैं।अध्यक्ष ने आरोप लगा है कि जिला परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी सह डीडीसी बैठक में बाधक बने हुए हैं।वे बैठक आयोजित कराने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे।अध्यक्ष अंजू देवी ने आरोप लगाया कि मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी सह डीडीसी नियमानुसार कार्य नही कर रहे ।जिस वजह से विकास कामकाज बाधित है।
जिला परिषद में प्रेस कांफ्रेंस कर अध्यक्ष ने आरोपों की झड़ी लगा दी और कहा कि वे जिला परिषद की अध्यक्ष हैं लेकिन कार्यपालक पदाधिकारी मनमानी कर रहे।उन्होंने कहा कि वे डीडीसी के खिलाफ मुख्यमंत्री को लिखेंगे और कार्रवाई करने की मांग करेंगे।बता दें कि पटना जिला परिषद में काफी दिनों से अध्यक्ष और सरकारी कर्मियों के बीच विवाद है।दोनों तरफ से एक-दूसरे पर आरोप लगाए जा रहे हैं।